उमरिया की बल्हौड़ रेत खदान में खुला तांडव, ठेकेदारों को प्रशासन ने बेच दी नदी

भोपाल। प्रदेश के उमरिया जिले में सर्वोच्च न्यायालय, उच्च न्यायालय और राष्ट्रीय हरित अधिकरण के आदेशों की खुलेआम धज्जियां उडाई जा रही है। रेत माफिया और ठेकेदारों के सामने जिले और संभाग के अधिकारियों ने सोन नदी का आस्तित्व मिटाने के लिये बेच दिया। जिस खदान में केवल ट्रेक्टर लगाने की अनुमति जारी की गई है वहां पर अंधेरे में विशालकाय मशीन से रेत का खनन किया जा रहा है और परिवहन के प्रतिबंधित हाईवा वाहनों को भी उतारा जा रहा है। दर्जनों शिकायतों और सबूतों के बाद भी प्रशासन ने कार्यवाही की जहमत नहीं उठाई।
रात में उतरती मशीन
पंचायत को आंवटित बल्हौड़ रेत खदान में रात को रोजाना पोकलेन मशीन को उतारा जाता है और हाईवा वाहनों के माध्यम से रेत निकाली जाती है। यह सिलसिला लंबे अर्से से बेदस्तूर जारी है। कई माध्यमों से अधिकारियों के पास इस बात की सबूत और शिकायत पहुंची लेकिन ठेकेदार और माफियाओं से मिलने वाले चंद तूकडो की खातिर जिम्मेदारों ने अपना जमीर बेच दिया।
कोई नहीं पहुंचता कार्यवाही में
दूसरे स्थानों पर प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस कार्यवाही करके अपनी पीठ थपथपा लेते हैं लेकिन बल्हौड़ रेत खदान में आज तक कभी कोई अधिकारी कार्यवाही के लिये नहीं पहुंचा। ग्रामीणों का कहना है कि दर्जनों शिकायतें जनपद स्तर से जिला मुख्यालय तक भेजी गई लेकिन अधिकारियों ने कभी कार्यवाही नहीं की। ठेकेदार और माफियाओं ने सभी को अपने कब्जे में कर रखा है। ठेकेदार के गुर्गे आस-पास के क्षेत्र में तैनात रहते हैं अगर कोई अवाज उठाता है तो उन्हें शांत करा दिया जाता है।
हम आपकों बल्हौड़ रेत खदान का लाइव विडीयो दिखा रहे हैं शायद इससे बडा और कोई सबूत नहीं हो सकता उक्त खदान में रात में खुलेआम विशालकाय मशीन और हाईवा से सोन का सीना छलनी किया जा रहा है। हो सकता है कि इस खबर में दिखाये गये विडीयो के बाद शायद किसी का जमीर जाग जाये और कोई कार्यवाही हो।