कमलनाथ सरकार के हुए 100 दिन पूरे किये
100 दिन मे 100 वचन किये पूरे-पंकज पांडेय
अनूपपुर/मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार का 26 मार्च को 100 दिन पूरे हो गये हैं। अपने वचन-पत्र के अनुसार *मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 100 दिन मे 100 वचन पूरे किये हैं। 100 दिन की कार्यशैली से यह बता दिया है कि सरकार की कथनी व करनी मे कोई भेद नहीं है। सरकार की नीति व नियत बिल्कुल स्पष्ट है। कमलनाथ अपनी कार्यप्रणाली से एक मजबूत और अत्यंत सक्रिय मुख्यमंत्री साबित हो रहे हैं।बिजुरी मंडलम पंकज पांडेय ने अपने एक बयान मे कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार *अपने वचन-पत्र के अनुसार 100 दिन मे 100 वचन पूरे किये हैं*। नीति व नियत साफ हो, तो हर समस्या का समाधान हो जाता है। 100 दिन के कार्यकाल मे मुख्यमंत्री कमलनाथ की लोकप्रियता सातवे आसमान पर है। *आज 26 मार्च को कमलनाथ की सरकार 100 दिन पूरे कर रही है। लिये गये फैसलों मे यह दर्शा दिया है कि सरकार की करनी व कथनी मे कोई अंतर नहीं है। यही नहीं कमलनाथ अपनी कार्यप्रणाली से एक मजबूत दृढ और अत्यंत सक्रिय मुख्यमंत्री साबित हो रहे हैं। कमलनाथ ने नौकरशाही को भी सफल बनाया है। श्री पांडेय ने बताया कि कमलनाथ अब वचन नाथ के रूप मे लोक प्रिय हो रहे हैं। उन्होंने सबसे पहले पद सम्भालते ही औद्योगिक नीति मे मध्यप्रदेश के बेरेाजगारों को 70 प्रतिशत रोजगार देने का नियम अनिवार्य किया। कन्यादान की राशि बढाकर 51000 रूपये की गई, आशा-उषा कार्यकर्ताओं की मानदेय राशि बढाई गई। पुजारियों का मानदेय बढाया गया। वृद्धों की पेंशन बढाई गई, वृद्ध किसानों की पेंशन चालू की गई। अपने 100 दिन के शासनकाल मे नीति व नियत जनता के सामने बताई है। खाली खजाने मे भी कमलनाथ सरकार चला रहे हैं। लेकिन सरकार अपने वचन पर खरी उतरेगी। प्रदेश के मुख्यमंत्री की राजनीतिक व प्रशासनिक समझ अतुल्यनीय है। 100 दिन के कार्यकाल मे युवाओं को रोजगार के अवसर दिये। सस्ती बिजली के लिये इंदिरा गृह ज्योति योजना चालू की। पिछडा वर्ग का आरक्षण 14 प्रतिशत से बढाकर 27 प्रतिशत किया। किसानों का बिजली का बिल आधा माफ किया। पंचायतों को पूरे अधिकार दिलवाये। किसानों के हित मे इंदिरा किसान ज्योति योजना लागू की गई। हर जगह गौशाला खुलवाने की योजना चालू की गई। गरीबों के लिये खाद्य सुरक्षा कानून को मजबूत किया गया। स्वास्थ्य सेवा को सुधारने के लिये सरकार कृत संकल्पित है। पांडेय ने बताया कि प्रदेश की कमलनाथ सरकार समाज के सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश की स्थिति को बेहतर बनाने के लिये निरंतर कार्य कर रही है। यह प्रदेश हकीकत मे एक विकसित और समृद्ध प्रदेश बनकर उभरेगा।