पीएलए से बदलेगी गांवों की तस्वीर: नरबद सिंह

तिवनी में सामुदायिक बैठक संपन्न

(अनिल साहू+91 70009 73175)
उमरिया। जिले के अंतिम छोर में बसे पाली विकास खंड के तीवनी ग्राम में सहभागी सीख एवं क्रियान्वन की सामुदायिक बैठक का आयोजन ग्राम पंचायत प्रांगण में किया गया।इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पाली विकास खंड के बी सी एम जियाउद्दीन खान बी. ई. ई श्री मती मानवती मांझी उपस्तिथि रही, कार्यक्रम की अध्यक्षता सरपंच नर्बद सिंह ने की।
कार्यक्रम की शुरुआत मां वीणा वादिनी की प्रतिमा पर दीप प्रजज्वलित कर किया गया। तत्पश्चात मंचासीन अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ से हुआ। कार्यक्रम में उपस्थति अतिथियों एवं जनसमुदाय का स्वागत तिलक लगा कर किया गया। पीएलए कार्यक्रम का परिचय सहारा मंच के ब्लॉक समन्वयक संतोष कुमार मिश्र ने जन समुदाय को बतलाया कि समुदाय में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को बेहतर बनाने एवं मृत्यु दर में कमी लाने लिए गांव-गांव में चरणबद्ध तरीके से आयोजित की जा रही है, हर गांव में प्रथम चरण में स्वास्थ्य की पहचान और उनका प्राथमिकी करण किया जाना है। हर गांव में अब द्वितीय चरण की बैठकें आरंभ है। इसी तारतम्य में आज तिवनि ग्राम में सामुदायिक बैठक की जा रही है। अब तक की बैठकों में गांव की महिलाएं, गर्भवती, धात्री और किशोरी बालिकाएं भाग लेती थी,किन्तु आज की बैठक में समस्त गांव की भागीदारी है।
कार्यक्रम के दूसरे चरण में गांव में अब तक हुई बैठकों की झलक प्रस्तुत की गई। गांव की पहली बैठक में घोड़े का खेल दिखाकर समुदाय को यह नसीहत दी गई कि शासन द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ लेने की जरूरत है,सरकार की योजनाओं पर घुड़सवारी ना करे,आज देखा गया है कि सरकार के ऊपर समुदाय बोझ बन कर रह गया है। इसी प्रकार लकड़ी। के खेल से यह शिक्षा दी गई कि एकता में ही ताकत है। दूसरी बैठक में कदम के खेल के माध्यम से समजिक असमानता और रीति रिवाज को चित्रित किया गया। कार्यक्रम की तीसरी बैठक में गर्भवती माताओं की प्राथमिक समस्याओं का प्राथमिकी करण चित्र कार्ड और गोटी के माध्यम से समस्याओं का चुनाव किया गया,इसी तरह बैठक चार में नवजात शिशुओं की प्राथमिक समस्याओं को चित्र कार्ड के माध्यम से यह क्या है का खेल खिलाकर शिशुओं की समस्याओं की पहचान की गई ।
पांचवी बैठक में बैठक के माध्यम से समुदाय में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए समाधान निकला गया। दूसरे चरण की बैठक में पुल के खेल के माध्यम से रणनीतियों का निधारण किया गया इसी तरह सातवीं बैठक में गांव की महिलाओं ने समाधान को लागू करने की जिम्मेदारी ली । गांव की महिलाओं का यह संकल्प काबिले तारीफ हैं। समापन सत्र में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि की आसंदी से बी पी एम ने कहा कि पी एल ए बैठकें जो आप लोगों के समझ प्रदर्शित की गई है उनसे जनसमुदाय को इसका लाभ मिलेगा।नाटक में हम लोगों ने देखा कि समुदाय में लोगों को उचित अनुचित का ज्ञान नहीं ,मां पिता पहले एक नाबालिग बालिका की शादी कर देते हैं फिर उसे न तो गभ धारण करने की आयु नही मालूम नहीं ,पंजीयन टीकाकरण ,चार जांच की जानकारी नहीं है उनको सही गलत को छोडकर सास की हर बात मानती हैं उसका दुखद अंत हुई ।इन सब बातों से अब गांव के लोग जान रहे है ,समाधानो को अपनाने की जिम्मेदारी ली है ।पी एल ए बैठको से सुधार की दिशा में बढ चुके है। एकजुट संस्था भोपाल से क्षेत्रीय समन्वयक शशिकांत ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पीएलए बैठको से समुदाय मे नयी चेतना आयीं हैं अब तक इन बैठको मे महिलाओं की भागीदारी रहती रही अब पुरूषों की उपस्थिति दर्ज कराई जाएगी। सहारा मंच के जिला समन्वयक अविनाश वर्मा ने जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि समाज में महिलाओं को समस्या को सब जानते थे अब उनके समाधानों के प्रति इन बैठको से समझ विकसित हो रही हैं।
सरपंच नर्बद सिंह ने गांव के लोगों को समझाते हुए कहा कि हम जाऊन देखन नाटक में अगर इस पर गांव के सब लोग अमल शुरू कर दे तो तस्वीर सुधार जायेगी। जनसमुदाय को बीईई ने भी संबोधित किया । आभार प्रदर्शन करते हुए आशा सहयोगनी नीता गुप्ता ने कहा कि आप लोगों के सहयोग से कार्य क्रम सफल हो सका आप सब से अपेक्षा हैं कि आगे की बैठको मे आप लोग इसी तरह पहुंच कर उनका लाभ उठायें।कार्यक्रम मे महिला पंच राधा बाई पंच महिपाल बदन के साथ सैकड़ों लोगों ने भाग लिया । इस कार्य क्रम का कुशल संचालन सहारा मंच के ब्लाक समन्वयक संतोष सूर्यवंशी ने किया ।

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