भाजपा जिलाध्यक्ष ने जिलाउपाध्यक्ष को किया पदमुक्त, सात दिन बाद करेंगे निष्कासन



(Amit Dubey-8818814739)
शहडोल। भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष इन्द्रजीत सिंह छाबड़ा द्वारा युवा,तुर्क नेता व भाजपा जिला उपाध्यक्ष कमल प्रताप सिंह को जिला उपाध्यक्ष पद से हटाने के आदेष दिये गये हैं, मीडिया प्रभारी शैलेन्द्र श्रीवास्तव द्वारा जिलाध्यक्ष की लेटर हेड में उनके हस्ताक्षर युक्त पत्र मीडिया को प्रेषित किये गये हैं, यही नही कमल प्रताप सिंह से 7 दिन के अंदर लिखित रूप में स्पष्टीकरण मांगा गया है और न देने पर पार्टी से निष्कासन की अनुषंसा वरिष्ठ कार्यालय भेजने का भी उल्लेख किया गया है।
यह लिखा विवाद का कारण
इन्द्रजीत सिंह छाबड़ा के हस्ताक्षर युक्त भाजपा कार्यालय का पत्र क्रमांक जारी करते हुए कमल प्रताप सिंह को भेजे गये पत्र में यह उल्लेख किया गया है कि 1 अप्रैल को भाजपा कार्यालय में वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक आहुत की गई थी, इस दौरान कमल प्रताप सिंह द्वारा अनुषासनहीनता की गई, जो पार्टी के रीति-नीति के विरूद्ध है, जो गंभीर अनुषासन हीनता की श्रेणी में आता है। आपके इस कृत्य के लिए आपको इस कृत्य के लिए तत्काल जिला उपाध्यक्ष के पद से मुक्त किया जाता है।
तो क्या प्रदेष सहसयोजक से भी बाहर होंगे कमल
कमल प्रताप सिंह संभागीय मुख्यालय शहडोल के पुस्तैनी वाषिंदे है, भाजपा जिलाउपाध्यक्ष के पद पर आषीन होने से पहले कमल प्रताप युवा मोर्चा की कई दषकों से सक्रिय राजनीति करते रहे हैं, वर्तमान में कमल प्रताप युवा मोर्चा के प्रदेष सहसयोजक भी हैं, यही नहीं संभाग अंतर्गत आरएसएस के षिविरों में भी उनकी सक्रिय भूमिका व सहभागिता रहती है, इसके अलावा संघ का अनुसांगिक संगठन माने जाने वाले सरस्वती षिषु मंदिर शहडोल के व्यवस्थापक पद पर भी आषीन रहे हैं, सवाल यह उठता है कि इन्द्रजीत सिंह छाबड़ा द्वारा उन्हें भाजपा से निष्कासित कराने के बाद क्या युवा मोर्चा के प्रदेष पद व सषिम के पद से भी कमल प्रताप हटेंगे या भाजपा जिलाध्यक्ष द्वारा पद से मुक्त करने की यह कार्यवाही महज दिखावा साबित होती है।