30 हजार की रिश्वत लेते फूड इंस्पेक्टर गिरफ्तार ,लोकायुक्त जबलपुर की कार्यवाही, राशन दुकान आवंटन करने के बदले में मांगी थी रिश्वत

30 हजार की रिश्वत लेते फूड इंस्पेक्टर गिरफ्तार
,लोकायुक्त जबलपुर की कार्यवाही, राशन दुकान आवंटन करने के बदले में मांगी थी रिश्वत


कटनी ॥ जबलपुर लोकायुक्त पुलिस ने सोमवार को खाद्य विभाग के फूड इंस्पेक्टर को 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। फूड इंस्पेक्टर ने एक स्व सहायता समूह को राशन दुकान आवंटित करने के बदले में 50 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की थी। जिस पर 30 हजार रुपए बतौर रिश्वत तय किए गए थे, जैसे ही फूड इंस्पेक्टर ने रिश्वत के 30 हजार रुपए लिए, तभी लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।
लोकायुक्त निरीक्षक स्वप्निल दास ने बताया कि रीठी क्षेत्र के बड़ागांव में निवासी रमा पति राजकुमार बर्मन सपना स्व सहायता समूह संचालित करती है। रमा के पति राजकुमार को जानकारी मिली थी कि स्व सहायता समूह को राशन दुकान आवंटित की जाना है। जिस पर उसने राशन दुकान के लिए ऑनलाइन आवेदन किया। इसके इसके बाद राजकुमार बर्मन ने खाद्य विभाग जाकर फूड इंस्पेक्टर संतोष नंदनवार से मुलाकात की। इस पर फूड इंस्पेक्टर संतोष नंदनवार ने राजकुमार से कहा कि राशन दुकान आवंटन किए जाने के बदले में 50 हजार रुपए लगेंगे। दोनों के बीच 30 हजार रुपए कि रिश्वत दिए जाने की बात तय हुई। रिश्वत मांगे जाने की शिकायत राजकुमार बर्मन ने लोकायुक्त जबलपुर से की। जिसके बाद फूड इंस्पेक्टर को रिश्वत लेते पकड़ने की योजना बनाई गई। योजना के तहत सोमवार को जैसे ही राजकुमार बर्मन ने फूड इंस्पेक्टर संतोष नंदनवार को रिश्वत के 30 हजार रुपए दिए, तभी लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। लोकायुक्त ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है। मामले की जांच की जा रही है। जिले में शासकीय अधिकारियों- कर्मचारियों को रिश्वत खोरी का नशा इस कदर सवार है कि थमने का नाम ही नही ले रहा है। लोकायुक्त की टीम के द्वारा लगातार कार्यवाही के बावजूद भी अधिकारियों की अवैध तरीके से पैसे कमाने की ललक खत्म नही हो रही है । इससे पूर्व भी कलेक्ट्रेट कार्यालय में ही लोकायुक्त की करवाई की गई थी ।

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