अवैध कारोबार का पर्याय बना बाबा

चोरी के कोयले से धधक रहे ईंट भट्टे
नाबालिगों को पैसों की लालच देकर बंद खदानों से करवा रहा कोयला चोरी
(Anil Tiwari+7000362359)
शहडोल। ईट भट्टों के मालिक शासन की अनुमति के बिना ईट भट्टों को संचालित कर रहे हैं। ईट भट्टो के मालिकों के पास कोई भी जायज कागज या लाइसेंस नहीं है और जिनके पास है भी तो वह संबंधित अधिकारी के निष्पक्षता से जांच करने पर फर्जी निकलेगा। जिसकी जांच आवश्यक है, क्षेत्र के पर्यावरण प्रेमी, समाजसेवियों ने जिले के खनिज विभाग एवं राजस्व विभाग के आला अधिकारियों से अपील कि है कि क्षेत्र में अवैध रूप से धधक रहे ईंट भट्टो की जांच कर उचित कार्रवाई करें ताकि पर्यावरण को बचाया जा सके।
बाबा है सूत्रधार
बीते माहो में धन की नगरी में हुए नपा के चुनाव में बाबा नामक व्यक्ति ने पर्चा दाखिल किया, लेकिन वोट पडऩे से पहले ही अपनी लोकप्रियता की गिनती दूसरे उम्मीदवारों को दिखाकर रकम ऐठीं और चुनाव से पहले ही हथियार डाल दिये, धनपुरी कब्रस्तान के पीछे एवं बगईया नाला से बंगवार जााने वाली सडक़ से जुड़े करकटी मार्ग पर इन दिनों जंगल से जुड़े क्षेत्रों अवैध कोयले का जखीरा इक_ा कर ईंट भट्टे सुलगाये जा रहे हैं, इसके अलावा चर्चा है कि पूर्व में 52 परी नचाने के मामले में भी बाबा नामक कथित माफिया ने खूब सुर्खिया बटोरी है, शहडोल, धनपुरी, बुढ़ार सहित अन्य क्षेत्रों में जहां भी जुआं के फड़ सजते हैं, वहां बाबा जरूर अपनी आमद दर्ज कराता है।
रॉयल्टी का पता नहीं
प्राशसनिक अमला सीधे तौर पर कार्रवाई न कर पाए इसलिए 50-50 हजार का एक-एक भ_ा तैयार कर अवैध धंधा संचालित किया जा रहा है, जिससे ग्रामीणों को कोयले के जहरीले धुंए का भी सामना करना पड़ रहा है। यह ईंट आस-पास के ग्राम पंचायतों में प्रधानमंत्री आवास जैसे कई निर्माण कार्यों में खपाई जाती है, यदि रॉयल्टी की पर्ची मिल भी जाए तो, उसकी जांच की जाने पर वो फर्जी पाई जा सकती है।
नाबालिग को लगाया काम पर
कोयला चोरी व ईंट भट्टे के काम में 16 से 17 साल के नाबालिग लडक़ों को काम पर लगाया गया है। पढ़ाई-लिखाई छोड़ कर नशे का खर्च निकालने के लिए कोयला चोरी करते हैं और बाबा के इन्हीं ईट भट्टो में बेच कर पैसा वसूल कर खर्च निकालते हैं। प्रशासन और कॉलरी प्रबंधन की उदासीनता से बाबा नामक माफिया के हौसले को लगातार बढावा मिलता जा रहा है। अवैध ईट भट्टो के कारण बंगवार भूमिगत खदान, धनपुरी ओसीएम एवं अमलाई खुली खदान से चोरी की घटनाओं मे भी जमकर इजाफा हुआ है, वहीं दूसरी ओर बीते दिनों कोयला चोरी के चक्कर में जाने तक चली गई है।
बाबा का काला कारोबार
कोयला की चोरी रोनके लिए भले ही शासन-प्रशासन लाख कोशिश कर ले, लेकिन कोयला चोरी रुकने का नाम ले रही है। आए दिन कहीं न कहीं छापामारी कर पुलिस कोयला का अवैध भंडारण पकड़ रही है। इसके बावजूद कोयला के अवैध कारोबारियों पर अंकुश न लग पाना कहीं न कहीं संबंधित विभाग व पुलिस पर शंका की सुई घुमा रहा है। बताया जाता है कि इसके पूर्व भी कई बार पुलिस द्वारा कार्रवाई की गई है, लेकिन वो नाकाफी है। क्षेत्र में अवैध रूप से धधक रहे ईंट भट्टो में यह चोरी का कोयला खपाया जा रहा है, चर्चा है कि इन दिनों बाबा नामक कथित कोल माफिया द्वारा बंद पड़ी खदानों में नाबालिगों को भेजकर अपने ईंट भट्टों के लिए कोयला तो जुटा ही रहा है, साथ ही अवैध कोयले के व्यापार में भी अपनी किस्मत आजमा रहा है।
कार्यवाही की दरकार
बाबा द्वारा पड़ोसी राज्य के लोगों को बुलाकर बुलाकर ईंट का कारोबार कराया जा रहा, गाइडलाइन के अनुसार कार्य न करते हुए जमीनों को खोखला किया जा रहा है, वन एवं राजस्व भूमि पर चोरी-छिपे अवैध ईट-भट्टा संचालित करने वाले बाबा द्वारा बड़े-बड़े मोटर लगाकर तालाबों व पोखरी से पानी की सप्लाई कर ईंट बनाए जाते हैं, जबकि आस-पास के क्षेत्रों में पहले से ही पानी की समस्या बनी हुई है, जिसके लिए कई बार जनप्रतिनिधि व ग्रामीणों द्वारा अनशन भी किया जा चुका है, लेकिन फिर भी विभाग के नजर अंदाज करने के कारण आज यह स्थिति निर्मित हो रही कि छोटे-छोटे गड्ढों तालाबों व पोखरी में बरसात के दिनों में स्थित पानी को भी पंप के माध्यम से निकालकर ईट बनाने का कार्य किया जा रहा है, अगर समय रहते बाबा पर नकेल नहीं कसी गई तो, बंद पड़ी खदानों में नाबालिगों की मौत हो सकती है। जागरूक लोगों ने पुलिस-प्रशासन से मांग की है कि अवैध कोयले से धधक रहे ईंट भट्टो की जांच कर वैध दस्तावेजों की जांच की जाये और संबंधितों के विरूद्ध कार्यवाही की जाये।