बड़ी खबर : थाना प्रभारी सहित 8 पुलिस अधिकारियों को कप्तान ने किया लाइन अटैच

अमलाई। पुलिस अधीक्षक अवधेश कुमार गोस्वामी ने थाना अमलाई में अवैध कोयला उत्खनन अवैध कबाड़ अन्य अवैध कार्यों में प्रभावी कार्यवाही करने में असफल रहने के कारण थाना प्रभारी अमलाई कलीराम परते सहायक उपनिरीक्षक सूर्य प्रताप सिंह परिहार सहायक उपनिरीक्षक रोशन लाल पांडे प्रधान आरक्षक गिरीश शुक्ला प्रधान आरक्षक भूपेंद्र अहिरवार आरक्षक मनोज चौधरी पप्पू कुमार एवं आरक्षक जयेंद्र सिंह को तत्काल प्रभाव से अस्थाई रूप से आगामी आदेश पर्यंत रक्षित केंद्र शहडोल संबंध किया है।
माफियाओं को संरक्षण देने की परंपरा निभाई जा रही थी लंबे समय से-थाना प्रभारी अमलाई की निष्क्रियता की वजह से अमलाई थाना क्षेत्र अंतर्गत कोयला कबाड़ जुआ सट्टा रेत का अवैध खनन एवं परिवहन करने वाले माफियाओं को अवैध कार्य करने का अनुकूल माहौल मिल रहा था माफियाओं के विरुद्ध होने वाली शिकायतों पर कार्यवाही नहीं की जा रही थी थाना क्षेत्र अंतर्गत कई माफिया लंबे समय से रेत एवं कोयले का अवैध व्यापार खुलेआम संचालित कर रहे थे लेकिन इसके बाद भी थाना प्रभारी अमलाई के नेतृत्व में पुलिस कभी भी इन पर कार्यवाही नहीं करती थी लेकिन पुलिस अधीक्षक अवधेश कुमार गोस्वामी ने 26 जनवरी को अवैध खदान में मजदूर की मौत के बाद घटनास्थल का सूक्ष्मता से निरीक्षण किया था उसके बाद बड़े-बड़े रसूखदार कोल माफियाओं पर कार्यवाही की गई थी कोल माफिया विजय यादव सुजीत चतुर्वेदी गिरफ्तार किए गए थे पूरा क्षेत्र जानता था कि कोयले का अवैध कारोबार कौन संचालित करता है लेकिन अमलाई थाना प्रभारी शायद जान कर भी अंजान बने का स्वांग रच रहे थे लेकिन मजदूर की मौत के बाद जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के सामने उनकी सारी सच्चाई सामने आ गई और अब इस लापरवाही का अंजाम सबके सामने है माफियाओं पर पुलिस अधीक्षक अवधेश कुमार गोस्वामी के नेतृत्व में ऐतिहासिक कार्यवाही हो रही है ऐसी कार्यवाही जिले की जनता ने ना पहले कभी देखी थी और ना ही पहले कभी सुनी थी बड़े-बड़े रसूखदार कोल माफियाओं पर प्रशासन ठोस एवं निष्पक्ष कार्यवाही कर रहा है जिससे अपराधियों में माफियाओं में कानून का खौफ दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है माफियाओं को संरक्षण देने वाले थाना प्रभारी एवं अमलाई पुलिस के अन्य कर्मचारियों पर कार्यवाही होने से अवैध कार्यों की रफ्तार पर पूरी तरह अंकुश लग जाएगा क्योंकि अधिकांश पुलिस कर्मचारी माफियाओं को कार्यवाही की सूचना दे देते थे। कोल माफिया बद्री पांडे के खिलाफ थाने में कई मुकदमे कायम होने के बाद भी उसे खुलेआम संरक्षण दिया जाता था उसके विरुद्ध महिला ने शिकायत की थी लेकिन उस शिकायत को दबाने की कोशिश की जा रही थी हालांकि बाद में पुलिस अधीक्षक अवधेश कुमार गोस्वामी की फटकार के बाद कोल माफिया के खिलाफ अमलाई पुलिस ने मुकदमा कायम किया था लापरवाही के अनेक किस्से पूरे जिले में चर्चा का विषय बन चुके थे निष्क्रियता के लिए पूरे जिले में अपनी अलग पहचान रखने वाले थाना प्रभारी आखिर निलंबित हो गए उनके निलंबन के बाद अमलाई थाना क्षेत्र अंतर्गत अवैध कार्य की रफ्तार अब थम जाएगी।