बरगवां के सभी वार्डो से गूंजी उप कार्यालय बनाने की मांग

          2 पार्षदों के समर्थन के बाद वार्ड नम्बर-4-5 में बनेगा नया भवन 

अमलाई। बुधवार को मुख्यमंत्री के अनूपपुर आगमन के दौरान नगर परिषद बरगवां के 08 भाजपा पार्षदों में से 06
भाजपा के और 03 अन्य पार्षदों ने परिषद के भवन को कैबिनेट मंत्री बिसाहू लाल सिंह, एसडीएम अनूपपुर व पूर्व
सीएमओ बरगवां द्वारा तय किये गये स्थान पर बनाने के समर्थन में पत्र सौंपा है। इसके साथ ही यह पत्र शहडोल
कमिश्नर, अनूपपुर कलेक्टर व नगर परिषद के सीएमओ को भी सौंपते हुए फर्जी ढंग से आहूत बैठक और पारित
प्रस्ताव को शून्य कर बहुमत व जनभावनाओं के आधार पर भवन निर्माण की मांग की गई, गौरतलब है कि 21 जुलाई
को भाजपा के ही 02 पार्षदों को बिना सूचना दिये, मनमाने ढंग से परिषद की बैठक आहूत की गई और बिना बहुमत
के कार्यवाही रजिस्टर में अपने घर के पास भवन बनाने का प्रस्ताव पारित कर आम जनता और प्रशासन को धोखे में
रखने का ब्यूह रचा गया था।
जनता का साथ देने का वादा
बरगवां अमलाई में एक बार फिर से परिषद कार्यालय के निर्माण का मुद्दा काफी गरम हो गया है। कुछ दिन पहले ही
परिषद के सभा में सोडा फैक्ट्री पर कार्यालय की निर्माण लिए परिषद द्वारा एजेंडा लाकर पारित करवाया गया था।
तब उस समय लगता है दबाव में आकर वार्ड क्रमांक 4 की श्रीमती रंजना और 5 के पार्षद दीपू विकास की राह से भटक
गए थे और अपनी गलती मानते हुए अब एक बार पुन: अपने वार्ड के विकास और क्षेत्र के नवनिर्माण के लिए कदम
बढ़ाते हुए जनता का साथ देने का वादा कर अपने लेटर हेड में मुख्य मार्ग पर परिषद कार्यालय निर्माण की बात रखें
है। जिससे जनता में काफी हर्ष का माहौल है ये वहीं पार्षद थे जो आठ के समर्थन में सोडा फैक्ट्री के निर्माण की बात
पर सहमति जता चुके थे, लेकिन आज उनको अपनी गलती का एहसास हो गया।
विकास के लिए पार्षदों ने बढ़ाया कदम

वार्ड नम्बर-04 की पार्षद श्रीमती रंजना सोनी और वार्ड नम्बर-05 के पार्षद दीपू कोल दोनो ही पार्षदों का कहना है क्षेत्र
के नव निर्माण के लिए मुख्यालय नेशनल हाईवे पर होना जरूरी है और साथ ही कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि 2
ग्राम पंचायतों को जोडक़र बनाए गए परिषद क्षेत्र का दूरी अमलाई से बराबर की पड़ती है, वार्ड के नागरिक अपने ही
वार्ड में भवन चाहते हैं, साथ ही ये दोनों वार्ड नगर के केन्द्र में आते हैं, जिससे दोनों तरफ की दूरी बराबर होगी, अगर
बरगवां के नागरिक आते हैं तो उन्हें भी 4 किलोमीटर और देवघरा के नागरिक आते हैं तो उन्हें भी 4 किलोमीटर की
दूरी अमलाई पड़ रही है, इसके साथ ही कार्यालय तक पहुंचने की पूरी व्यवस्था प्रणाली अमलाई से जुड़ी हुई है, साथ ही
यहां पर रेलवे स्टेशन है, इसके अलावा मुख्य बाजार चौक-चौराहे, सभी अमलाई में है, आने-जाने वाले परिषद के
कर्मचारियों को एक जगह से दूसरी जगह जाने की दूरी भी कम लगेगी, इसके अलावा ट्रांसपोर्सन कार्य जैसे सफाई में,
डीजल या गाड़ी के आवागमन में कम दूरी का खर्चा भी बचत किया जा सकता है आदि प्रकार से विचार रखते हुए आम
जनता के साथ-साथ कर्मचारियों की बात रखकर दीपू कोल वार्ड क्रमांक-5 के पार्षद एवं वार्ड क्रमांक-4 की महिला
पार्षद श्रीमती रंजना सोनी ने विकास के लिए कदम बढ़ाया है जिसकी सराहना पूरे क्षेत्र में हो रही है।
सहमति पर लगाये मोहर
प्रदेश ही नहीं देश के इतिहास में बरगवां पहली परिषद होगी, जहां बिना एजेंडे में उप नगर परिषद कार्यालय का
उल्लेख किये बिना ही 06 पार्षदों ने अपने-अपने वार्डों के बीच में नगर परिषद कार्यालय और उप नगर परिषद
कार्यालय खोलने का प्रस्ताव पारित कर दिया, नियमत: एजेंडे में जिन बिन्दुओं का उल्लेख किया जाता है, उन्ही पर
चर्चा होनी चाहिए और उन्हीं पर सहमति की मोहर भी लगनी चाहिए, 21 जुलाई के ेएजेंडे में उप कार्यालय खोलने का
कोई बिन्दु नहीं था, लेकिन उपाध्यक्ष ने अपने साथ के दो पार्षदों के साथ क्षेत्र की जनता को भी जमकर भरमाया कि
उनके क्षेत्र में उप कार्यालय खोला जायेगा, इसके साथ ही वार्ड नम्बर-04, 05, 06, 07, 08, 09 व देवहरा के 03 वार्ड जहां
भाजपा के पार्षद हैं, वहां के वार्डों में भी उप कार्यालय खोलने की मांग तूल पकड़ रही है, सभी वार्डों की जनता और
पार्षद इस मांग को लेकर सीएमओ व नगरीय प्रशासन विभाग के साथ कलेक्टर से भी मांग कर रहे हैं कि जब अध्यक्ष
और उपाध्यक्ष अपने वार्ड में अलग-अलग कार्यालय खुलवा सकते हैं, तो शेष के वार्डों में भी नया संविधान रचते हुए
उप कार्यालय खोले जाएं।

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