सूबेदार विवाद मामले में पुलिस का दोहरा चरित्र!
…तो खुद को इंसाफ नहीं दिला पा रही वर्दी
सोहागपुर थाने में दर्ज नहीं हो सका दूसरे पक्ष पर अपराध
शहडोल। सोहागपुर थाना क्षेत्र में बीते 04 फरवरी को शहडोल से बुढार मार्ग पर टोल प्लाजा के समीप यातायात पुलिस की सूबेदार अभिनव राव और वाहन सवारों के साथ हुए मारपीट मामले में पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक ने सूबेदार अभिनव राय को निलंबित कर दिया है। उक्त घटना के बाद सूबेदार ने ही पहली सूचना सोहागपुर थाने को दी थी, उसके बाद मामला वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचा तो, पुलिस की छवि खराब न होने पाए इस कारण से समझौता करा दिया। वहीं यातायात पुलिस के सूबेदार एवं अन्य कर्मचारियों का कहना है कि पहले कार सवार ने ही अभद्रता की है और वह जब गाली-गलौज करने लगे तब सूबेदार ने उसका जवाब दिया है। कार सवार अपने किसी स्वजन के अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहे थे। इस घटना के कारण व समय पर वहां भी नहीं पहुंच पाए। मामला जो भी हो लेकिन प्रथम दृष्टया पुलिस अधीक्षक ने सूबेदार को निलंबन पर कार्रवाई करते हुए जांच के निर्देश दे दिए हैं।
कार सवारों पर मामला दर्ज क्यों नहीं
निलंबन आदेश में कहा गया है कि घटना से संबंधित वायरल वीडियो में प्रथम दृष्ट्या पुलिस अधिकारी सूबेदार अभिनव राय (तैनाती यातायात) द्वारा अभद्र व्यवहार करना प्रतीत होता है, जिससे पुलिस की छवि धूमिल हुई है। इस को ध्यान में रखते हुए सूबेदार को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही समूचे घटनाक्रम के संबंध के जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहडोल को निर्देशित किया गया हैं, लेकिन कार सवारों पर सोहागपुर पुलिस ने क्या मामला कायम किया, यह भी जांच का विषय है।
यह था मामला
4 फरवरी की दोपहर बुढ़ार की ओर से शहडोल जा रही एक लाल रंग की कार टोलप्लाजा के पास यातायात पुलिस ने रोका और दस्तावेज जांच करने के बाद एक हजार का चालान काटने लगे। इसका कार सवारों ने विरोध किया तो, विवाद की स्थिति बन गई। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों में मारपीट हो गई। घटना की खबर लगते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर गए और मामले को समझौते के आधार पर निपटा दिया। इसके बाद रविवार को पुलिस अधीक्षक द्वारा सूबेदार को निलंबित कर दिया गया, लेकिन ड्यिुटी पर तैनात वर्दीधारी के साथ की गई अभद्रता, गाली-गलौज के साथ ही कालर पकडक़र मारने के बावजूद अपने ही कर्मचारी को पुलिस ने कटघरे में खड़ा कर दिया, मजे की बात तो यह है कि प्रथम द्ष्टया अगर सुबेदार दोषी पाये गये हैं तो, दूसरे पक्ष पर सोहागपुर पुलिस ने कोई मामला क्यों कायम नहीं किया।
यह था साहब का जवाब
सूबेदार अभिनव के साथ युवकों ने गाली-गलौज कर मारपीट कर दी, मौके पर तैनात पुलिसकर्मिर्यों ने बीच बचाव भी किया, मारपीट की खबर लगते ही पुलिस के बड़े अधिकारी सहित थाना कोतवाली व सोहागपुर प्रभारी मौके पर पहुंच थे, युवकों ने किसी को फोन लगा दिया, इसके बाद पुलिस के अधिकारी समझौता भी करा दिया, सोहागपुर थाना प्रभारी अनिल पटेल ने बताया कि कोई बड़ी घटना नहीं हुई है, कार वालों को लेकर बहस बाजी हुई है। वीडियो सोशल मीडिया पर वॉयरल होने के बाद सूबेदार अभिनव राय को निलंबित भी कर दिया गया, लेकिन सोहागपुर प्रभारी अभी भी इस मामले में कह रहे हैं कि हमें किसी प्रकार का वीडियो नहीं मिला, इससे साफ जाहिर होता है कि सोहागपुर प्रभारी द्वारा दूसरे पक्ष को बचाने का प्रयास किया जा रहा है, इस मामले में भी पुलिस अधीक्षक को संज्ञान लेकर प्रथम दृष्टया कार्यवाही करते हुए मामले में दूसरे पक्ष पर कोई कार्यवाही न करने के लिए अन्य वर्दीधारियों पर भी कार्यवाही करनी चाहिए।
सड़क पर ड्यूटी कर रहे हैं सूबेदार को पब्लिक प्लेस में मारते हुए कार सवार का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है सूबेदार उस वीडियो में कार चालकों से बातचीत कर उन्हें समझा रहे हैं उसी दौरान झड़प हो जाती है और कार में सवार व्यक्ति वर्दीधारी सूबेदार को मार देता है जिसके बाद बात बढ़ जाती है और दोनों का झगड़ा हो जाता है आखिरकार सवाल यह उठता है कि ड्यूटी में तैनात सूबेदार के साथ मारपीट की वारदात हुई वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले की बारीकी से पड़ताल नहीं की और सूबेदार पर ही कार्यवाही कर दी आखिरकार कार में सवार वह लोग कौन थे जिन पर पुलिस ने सूबेदार को ड्यूटी के दौरान लात से मारने पर भी कार्यवाही क्यों नहीं की जा रही है?