“आंख आना या आंख लाल होना” फिर भी घबराना नहीं है : डॉ. जनक सारीवान

“आंख आना या आंख लाल होना” फिर भी घबराना नहीं है : डॉ. जनक सारीवान
अनूपपुर। पिछले कुछ दिनों से मौसम में परिवर्तन के वजह से जिला चिकित्सालय के नेत्र विभाग में वायरल कंजक्टिवाइटिस (आंख आना या आंख लाल होना) के मरीजों में इजाफा हुआ है। नेत्र विशेषज्ञ डॉक्टर जनक सारीवान ने जानकारी देते हुए बताया कि चिकित्सालय में रोजाना 20-25 मरीज उपचार के लिए पहुंच रहे हैं।यह बीमारी साधारण किंतु एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेजी से फैलने वाली होती है जो 3 से 6 दिन तक रहती है।पीड़ित मरीजों में ज्यादातर बच्चे होते हैं।यह बीमारी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से,संक्रमित हाथों से चेहरे या आंख को छूने से,संक्रमित व्यक्ति के चीजों का उपयोग इत्यादि से होता है।संक्रमित व्यक्ति से दूरी,संक्रमित हाथों से आंखों या चेहरे को बार बार छूने से बचना,संक्रमित वस्तु या व्यक्ति को छूने के बाद हाथों को धोना या सैनिटाइज करना,साबुन टॉवेल का अलग उपयोग करना एवम् काला चस्मा का लगाना इत्यादि से इस संक्रमण को रोका जा सकता है।ऐसे मरीजों को नेत्र चिकित्सक के सलाह के अनुसार उचित आई ड्रॉप का इस्तेमाल करना चाहिए और राहत के लिए बर्फ से सिकाई करते रहना चाहिए।