कठिन परिश्रम से हर मुश्किल को आसान बनाया जा सकता है : नागाचारी

संतोष शर्मा की कलम से
धनपुरी । कोयला खदानों में काम करने वाला श्रमवीर अपनी मेहनत से कठिन परिश्रम कर कोयले का उत्पादन करता है और ऊर्जा के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान देता है कठिन परिश्रम से हर मुश्किल को आसान बनाया जा सकता है जैसा कि अमलाई ओसियन में आज देखा जा रहा है किस तरह से लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए यहां का प्रत्येक श्रमिक अपना अमूल्य योगदान दिया है वह हमेशा याद रखा जाएगा क्योंकि यहां पर कोयला उत्पादन करना काफी मुश्किलों से भरा था लेकिन यहां का श्रमिक अपनी मेहनत से न सिर्फ इस खदान को बेहतर स्वरूप दिया बल्कि सुरक्षा के साथ कोयला उत्पादन कर एक नए कीर्तिमान को भी स्थापित किया यही कारण है कि आज अमलाई ओसीएम पराक्रम दिवस मना रहा है और वह अपने प्रत्येक पराक्रमी श्रमवीर को बधाई देते हैं क्योंकि उन्होंने जिस तरह से शुरुआत से ही कोयला उत्पादन करने की रफ्तार को बनाए रखा वह पूरे सोहागपुर एरिया का भी नाम रोशन किया यहां के सभी सब एरिया मैनेजर सहित सभी अधिकारी भी बधाई के पात्र हैं जोकि कोयला उत्पादन करने को लेकर दिन रात मेहनत करते रहे और एक नई ऊंचाइयों पर इस खदान को ले जाने का काम किया।
उक्त उद्गार सोहागपुर एरिया के महाप्रबंधक शंकर नागाचारी ने आज अमलाई ओसीएम में आयोजित पराक्रम दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के असंदी व्यक्त की।
इस अवसर पर मंच पर महाप्रबंधक संचालन अमित सक्सेना उपक्षेत्रीय प्रबंधक डॉ शरद दीक्षित मंचासीन थे।
पराक्रम दिवस के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए महाप्रबंधक शंकर नागाचारी ने कहा कि अमलाई ओसियम ने कोयले का रिकॉर्ड उत्पादन कर पूरे सोहागपुर एरिया का मान बढ़ाया है और आज के दिन को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जा रहा है जो कि सम्मान की बात है खदान में कोयला उत्पादन करना श्रमिकों की मेहनत पर निर्भर करता है श्रमिक कठिन से कठिन परिस्थितियों के बाद भी अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ता है और यही यहां पर देखने को मिला वह पूर्व में भी सुहागपुर एरिया में रह चुके हैं और हर स्थिति से अवगत है ऐसे में जिन चुनौतियों का सामना कर यहां पर कोयले का उत्पादन किया गया वह पूरे एरिया के लिए खुशी की बात है।
उन्होंने कहा कि 5 फरवरी को ही पिछले साल के लक्ष्य से अधिक कोयला उत्पादन कर ओसियम को लाभ की ओर ले जाने का काम किया है और उन्हें उम्मीद है कि वित्तीय वर्ष का जो लक्ष्य 16 लाख टन मिला है वह भी पार हो जाएगा क्योंकि जिस तरह से इस खदान का स्वरूप है यहां पर काम करने की लगन है वह कुछ भी संभव कर सकता है वह तो इस बात के लिए बधाई देते हैं कि जब लक्ष्य पूरा होगा और लक्ष्य से आगे यह खदान निकलेगा तो शायद फिर एक कार्यक्रम यहां पर देखने को मिलेगा लीडरशिप काफी महत्वपूर्ण होता है लेकिन उससे अधिक महत्व श्रमिकों की मेहनत होती है वह प्रत्येक कर्मचारी को बधाई देंगे जोकि उत्पादन को लेकर अपनी महती भूमिका निभाने में कोई कमी नहीं की।
उन्होंने कहा कि अमलाई ओसीएम और भी बधाई का पात्र है क्योंकि ना सिर्फ कोयला उत्पादन यहां पर समय से पहले हुआ बल्कि हमने अच्छे को लेकर डिस्पैच भी किया जो काफी महत्वपूर्ण माना जाएगा यहां का ओपन कास्ट माइंस पूरे एसईसीएल में अलग ही पहचान रखता है उन्हें भी कुछ ओसीएम में काम करने का अवसर मिला जहां पर कुछ यही स्थिति देखने को मिले बल्कि वहां से काफी अलग भी देखने को मिला 26 जनवरी को शिखर सम्मान समारोह कार्यक्रम में भी उन्होंने यही बात कही थी कि यह खदान एक नए कीर्तिमान को रचेगा जो कि आज देखने को भी मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि जब हम एक बड़े लक्ष्य की ओर बढ़ते हैं तो कई दिक्कतों से होकर गुजरते हैं लेकिन दिक्कतों के बाद भी अगर हम अपने लक्ष्य को पाने में सफल हो जाते हैं तो एक अलग ही उत्साह का संचार होता है मैं उन प्रत्येक कर्मचारियों को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने बिना थके बिना रुके अपने कार्य को पूरा करने में लगे रहे और उसे सफल भी कर लिया कोयला उत्पादन के साथ-साथ सुरक्षा भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी होती है उसका भी पूरा ध्यान यहां पर रखा गया जो यह बताता है कि सुरक्षा के साथ उत्पादन किस तरह से करना चाहिए 16 लाख टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य इसे मिला है जो संभवत समय से पहले ही पूरा हो सकता है इसके अग्रिम बधाई व देते हैं।
कार्यक्रम के अंत में उन्होंने कहा कि वह हर समय यहां मौजूद हैं कोई भी समस्या नहीं आने दी जाएगी अगर आती है तो उसे दूर करने का प्रयास किया जाएगा ताकि निरंतर इसी तरह से कोयले का उत्पादन होता रहे।
ठान लिया जाए तो हर लक्ष्य को पाया जा सकता है- अमित सक्सेना
पराक्रम दिवस के रूप में अमलाई ओसिएम में आयोजित कार्यक्रम में महाप्रबंधक संचालन अमित सक्सेना ने कहा कि कोई भी लक्ष्य ना तो छोटा होता है और ना ही बड़ा क्योंकि अगर हम मन में यह ठान लिखें हर कठिन से कठिन लक्ष्य को पाना है तो फिर उसे संभव करना भी कठिन नहीं होता कुछ ऐसा ही यह देखने को मिला जिस तरह से रिकॉर्ड कोयले का उत्पादन हुआ वह बड़ी खुशी की बात है यहां का श्रमिक निश्चित ही मेहनतकश है जो कि अपने मेहनत से इस लक्ष्य को प्राप्त करने का प्रयास पूरा किया हम तो यही उम्मीद करते हैं कि वार्षिक लक्ष्य जो भी है यह उससे भी आगे निकलेगी क्योंकि यहां के क्षेत्रीय प्रबंधक अपने बेहतर काम को लेकर जाने जाते हैं और उसे साबित भी कर दिया।
उन्होंने कहा कि वह एसईसीएल सहित कई कंपनी में रह चुके हैं और वह इस खदान को सबसे बेहतर ही कहेंगे जिस तरह से पूरे खदान की स्थिति देखने को मिल रही है वह आपकी मेहनत का ही नतीजा है इसे इसी तरह बनाए रखना है और आगे भी जो लक्ष्य मिलेगा उसे पूरा करना है।
लगन और मेहनत हर मुश्किल को आसान करती है-डॉ दीक्षित
उप क्षेत्रीय प्रबंधक डॉ शरद दीक्षित ने कहा कि अमलाई ओसीएम की बागडोर संभालने के बाद से ही यहां पर कोयला उत्पादन पूरा करना उनका पहला लक्ष्य था उसी लक्ष्य को केंद्रित कर आगे बढ़ते चले गए यहां का हर श्रमिक कदम से कदम मिलाकर काम करता गया और यह उसी का नतीजा है की आज हम इस मुकाम पर पहुंचे हैं पराक्रम दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य ही है कि कि यहां कब प्रत्येक श्रमवीर अपने पराक्रम से इस कठिन लक्ष्य को पाने मैं सही साबित हुए हैं 1991 को जब यह खदान खुली तब से लेकर आज तक में यह सुनहरा अवसर देखने को मिला है वह भरोसा देते हैं कि इसी लगन और मेहनत से आगे भी काम करेंगे और जो भी लक्ष्य मिलेगा उसे पूरा करेंगे।
श्रमवीरो के पराक्रम का हुआ सम्मान-
आज अगर देखा जाए तो सुहागपुर एरिया मुश्किलों के दौर से गुजर रहा है कोयला उत्पादन लक्ष्य प्राप्त करना काफी मुश्किलों से होकर गुजर रहा है ऐसे समय में अमलाई ओसीएम ने रिकॉर्ड उत्पादन कर जिस कीर्तिमान स्थापित किया और इस कीर्तिमान को बनाने में सबसे बड़ा योगदान जिन श्रमवीरो का रहा उनका भी सम्मान मंच पर महाप्रबंधक ने किया।
इस अवसर पर श्रमवीरों ने कहा कि जिस तरह से यहां पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया उनका सम्मान हुआ वह बड़ी खुशी की बात है और वह भरोसा देते हैं कि कोयला उत्पादन पूरा करने में कोई कमी नहीं रहने देंगे।
इनकी रही उपस्थिति-
अमलाई ओसीएम में आयोजित पराक्रम दिवस कार्यक्रम में क्षेत्रीय प्रबंधक अब्राहम अनूप बनर्जी पीस श्री कृष्णा एस ओ माइनिंग श्री हस्ते एरिया सेल्स मैनेजर कुशल सिंह खान प्रबंधक अमलाई ओसीएम सहित वरिष्ठ पत्रकार सनत शर्मा इंटक के केंद्रीय उपाध्यक्ष कमलेश शर्मा सुरेश शर्मा विक्रम सिंह अतुल शर्मा हेतराम कोरी सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे। कार्यक्रम का सफल संचालन इंजीनियर अजय द्विवेदी ने किया।