खड्डी क्षेत्र में अवैध नशे का करोबार, युवाओं की जिंदगी खतरे में-अंकुश
सीधी।खड्डी क्षेत्र नशे के चंगुल में फंस कर किस तरह लोग बर्बादी के कगार पर पहुंच रहे हैं। इन दिनों कुछ ऐसा ही खड्डी क्षेत्र के युवाओं में देखने को मिल रहा है। खड्डी क्षेत्र की युवा पीढ़ी में तेजी से नशे की लत फैल रही है.वहीं जवान हो रही पीढ़ी बारह से बीस साल में नशे की लत तेजी से फैल रही है। यह नशा शराब या सिगरेट का नहीं है, बल्कि गांजा, कोकीन, अफीम, डेंडराइट, स्मैक और नशीली दवाओं का है। इस तरह का नशा करने की वजह से युवाओं की मानसिक स्थिति बिगड़ती जा रही है। कई का तो मनो चिकित्सालयों में इलाज भी चल रहा है, वहीं इस नशे के आदि होने के बाद से क्षेत्र में क्राईम भी बढ़ते जा रहे है।
बढ़ रहा है क्राइम
खड्डी क्षेत्र के युवा समाजसेवी विनय पाण्डेय अंकुश मोहनी का कहना है कि युवा पिढ़ी द्वारा नशे के ज्यादा आदि हो जाने के बाद से क्षेत्र में चोरी, लूटपाट, मारपीट जैसी घटना लगातार बढ़ती जा रही है। वहीं अब क्षेत्र में चंद रुपयों के कारण युवाओं लूट करते नजर रहे है। क्षेत्र में पिछले दो वर्षों के आकड़े देखे जाये तो क्षेत्र में हुई चोरी, लूटपाट सहित वारदातों में सबसे ज्यादा युवा वर्ग के आरोपी थे।
आसानी से मिल जाती है सिरप और टेबलेट
खड्डी के युवाओं के लिए सिरप, टेबलेट खरीदना आसान सी बात है, लेकिन कानून व्यवस्था से जुड़ी पुलिस को इसकी भनक तक नहीं कि अवैध सिरप का कारोबार खड्डी क्षेत्र में कहां और किस तरह हो रहा है। खड्डी क्षेत्र के हर गांवों में युवाओं सिरप तस्कर खुलेआम अबैध नसीली सिरप, टेबलेट बेचते है। एवं अब स्थिति यह बन गई है कि खड्डी क्षेत्र के मुख्य बाजार चौराहों पर भी खुलेआम सिरप की सीसी बिकने लगी है। खड्डी क्षेत्र में रगों में नशा बसता जा रहा है। दिनों दिन नशे की जड़ें मजबूत होती जा रही हैं। कभी चोरी छिपे बिकने वाले नशे का सामान, आज धड़ल्ले से बिक रहा है। गांजा के धुएं से जवानी सुलग रही और नशीले इंजेक्शन नशों में उतारे जा रहे हैं। खड्डी क्षेत्र की गली-गली में नशे के दीवाने झूमते दिख रहे हैं। सुनसान स्थानों पर गांजा और नशीले इंजेक्शन लगाते देखे जा सकते हैं। नशे के आदी युवाओं की बर्बादी का मंजर खुलेआम खड्डी क्षेत्र में चलता जा रहा है। वही खड्डी क्षेत्र में सबसे ज्यादा युवाओं के अंदर गांजा का नंशा फैल रहा है। जो युवाओं के परिवारों को बर्बादी की ओर ले जा रहा है। कई स्थानों पर हो रही गांजा की बिक्री युवाओं को बर्बाद कर रही है। महंगा नशा नशेड़ी के साथ ही पूरे परिवार को तबाह कर रहा है। नशे की चपेट में आए युवा 50 रुपए से लेकर 100 रुपए तक गांजा की एक खुराक पीते पीते सब कुछ लुटने के बाद 10 रुपए के इंजेक्शन और नशीली गोलियों से नशे की प्यास शांत कर रहे हैं।
नसीली सिरप का नशा युवाओं के दिलो दिमाग पर इस कदर छा जाता है कि पन्द्रह दिन में ये इसके आदी हो जाते हैं। इसकी तलब मिटाने के लिए गांजा को जैसे-तैसे जुगाड़ करना पड़ता है। गांजा नहीं मिलने पर युवाओं में गुस्सा होना, झगड़ा करना इत्यादि आदतें सामान्य हो जाती है। ऐसे में महंगे नशे का शौक पूरा करने के लिए कई युवा अपराध की राह चुन रहे हैं।
नशे की जद में स्कूल के छात्र
स्कूल में पढ़ रहे कई छात्र नशेडिय़ों के चंगुल में फंस जाते हैं। शुरू में इन्हें शौक के लिए नसीली टेबलेट का नशा कराया जाता है। बाद में यह नशा छात्रों के जेहन में इतना उतर जाता है कि वे इसके आदी हो जाते हैं।