बीट गार्ड के संरक्षण में हो रहा रेत का अवैध उत्खनन

(Anil Tiwari+7000362359)
शहडोल। थाना क्षेत्र अमलाई के वार्ड क्रमांक 8 जंगल दफाई, गाड़ाघाट, अमराडंडी में इन दिनों रेत का अवैध उत्खनन जोरों पर है। सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है कि रावत नमक बीट गार्ड इन दिनों दर्जनों ट्रैक्टरों मालिकों से हफ्ता वसूलते हुए, अवैध रेत का उत्खनन को संरक्षण देते है। ज्ञात हो कि अमराडंडी अमलाई थाना क्षेत्र पुरानी बस्ती में अमलाई ओसीएम, धनपुरी ओसिएम के खदानों का पानी बहकर नाला में आता है जिसमें रेत का अकूत भंडार है। जहां पर बीट गार्ड के संरक्षण में खुलेआम रेत का उत्खनन किया जाता है। और इसके एवज में बीट प्रभारी रावत द्वारा प्रति ट्रीप रेत का मूल्य लगाकर आसपास के इलाकों में पहुंचाया जाता है। जबकि इन इलाकों में कोल माइंस की गोप खदाने संचालित हैं। जो कि कभी भी जमींदोज हो सकता है इसके बावजूद भी लोगों की जान की परवाह किए बगैर ही बीट प्रभारी ने खुली छूट दे रखी है। इसके अलावा इन सभी क्षेत्रों में अवैध ईंट के भट्टे संचालित करवाए गए हैं जिनसे एक मोटी रकम वसूली जाती है इस पूरे क्षेत्र में अवैध कार्यों को लेकर बीट गार्ड की खुली छूट है। कोयला, रेत, अवैध मिट्टी की खुदाई, प्रदूषण करने वाले ईट के भट्टे आदि सभी कार्यों में रावत नामक बीट प्रभारी हिस्सेदार बन कर अवैध कार्यों को खुला संरक्षण दिए हुए हैं। जिससे राजस्व की क्षति के साथ-साथ जान माल का भी खतरा बना हुआ है एवं वनों में रहने वाले वन्य प्राणी भी सुरक्षित नहीं है। शासन द्वारा दबिश देकर राजेश रावत के प्रभार क्षेत्रों में सघन जांच की जाए तो सच और झूठ का काला खेल सामने दिख जाएगा।