मेहनत, लगन, तपस्या और सेवा के सहारे फर्श से अर्श तक का सफर

शहडोल। 15 मार्च 1981 को सतना जिले के ग्राम अकौना में जन्में एवं स्नातक तक की शिक्षा प्राप्त करने वाले जनपद पंचायत गोहपारू के उपाध्यक्ष सुधीर प्रताप ङ्क्षसह का जीवन संघर्ष से भरा पड़ा है। कड़ी मेहनत, ईमानदारी, लगन और सेवा की बदौलत गरीबी से ऊपर उठे श्री सिंह ने गरीबों, असहायों, विकलांगों, विधवाओं और जरूरत मंदों की सेवा को ही अपना धर्म बना लिया है। भारतीय जनता पार्टी के तात्कालीन जिला अध्यक्ष स्वर्गीय मार्तण्ड त्रिपाठी के द्वारा श्री सिंह को भाजपा में वर्ष 2010 में प्रवेश दिलाया गया। भाजपा के पूर्व मंत्री, भाजपा उत्सव प्रकोष्ठ के जिला संयोजक एवं रोगी कल्याण समिति गोहपारू स्वास्थ्य केन्द्र के सदस्य रह चुके सुधीर प्रताप सिंह वर्तमान में गोहपारू जमार समिति के अध्यक्ष हैं। इनके अध्यक्षी में जिले की प्रसिद्ध मजार का पक्का निर्माण हुआ है। आप मंदिर एवं मस्जिद दोनों धर्म स्थलों के प्रति पूर्ण आस्था रखते हैं। एक ओर आपने गोहपारू मजार के पक्के निर्माण में तन-मन-धन से योगदान दिया। वहीं दूसरी ओर राम मंदिर निर्माण में शहडोल नगर से सर्व प्रथम 1 लाख 51 हजार रुपये का दान खुले हृदय से दिया है।
गरीब कन्याओं का विवाह
अपने मानदेय से पत्रकार रामगोपाल (बंटी) को दुर्घटना में कमर टूटने पर लगातार दो वर्ष तक 5 हजार रुपये प्रतिमाह सहायता कर चुके सुधीर प्रताप सिंह गरीब कन्याओं के विवाह में 21 हजार रुपये का उपहार प्रदान करते हैं। इसके अलावा नवरात्र में हर साल 500 कन्याओं का कन्या भोज कराते हैं। वर्ष 2018 में ग्राम पोंड़ी (गोहपारू) में गरीबों को 500 कम्बलों का वितरण कर चुके श्री सिंह नंगे पांव चलने वाले गरीबों को चप्पल खरीद कर पहनाने का भी व्रत ले रखे हैं।
कोरोनाकाल की सेवा
कोविड-19 में जिले से सर्व प्रथम 51 हजार रुपये का दान देने वाले सुधीर प्रताप सिंह ने कोरोना काल में दो हजार लोगों को भोजन कराया तथा लगभग 500 परिवारों को चावल वितरण किया है। पैदल चल रहे श्रमिक यात्रियों को अपने वाहन से गन्तव्य तक पहुंचाने की सेवा करने वालों में भी श्री सिंह का नाम दर्ज है।
विकास कार्यों की उपलब्धियां
आर्थिक संकटों के समय शहडोल से बुढ़ार तक पैदल यात्रा कर चुके श्री सिंह बताते हैं कि पैदल यात्रा में उनकी चप्पल ग्राम धुरवार में टूट गई थी, फिर भी वे बिना चप्पल के अपनी यात्रा बुढ़ार तक पूरी किए थे। जनपद उपाध्यक्ष के इनके कार्यकाल में अनेक विकास कार्य किए गए हैं, जिनमें गोहपारू ब्लाक के 30 गांव में घर-घर पेयजल की व्यवस्था, सौभाग्य योजना से घर-घर बिजली, गांवों की गलियों में पक्की सड़कों का निर्माण, गोहपारू बस स्टैण्ड का निर्माण, बस स्टैण्ड के लिए जमीन स्वयं दान शामिल है। वर्ष 2012-13 में श्री सिंह ने अथक प्रयास करके कलेक्टर से दियापीपर में औद्योगिक पार्क के लिए प्रस्ताव स्वीकृत कराया। फर्श से अर्श तक पहुंचने वाले श्री सिंह की उपलब्धियों में बांधवगढ़ ग्रीनट्रीट रिसोर्ट गोहपारू में गैस एजेन्सी एवं शहडोल बायपास रोड में निर्माणाधीन ”यू यश पैलेस” है जिसका उद्घाटन 11 मार्च को प्रस्तावित है। इनकी लगभग दो दर्जन घरों की एक आवासी कालोनी भी है जो किराए पर चल रही है।
असहायों की सेवा का व्रत
बचपन एवं युवा अवस्था में दरिद्रनारायण का दर्शन कर चुके सुधीर प्रताप सिंह ने राजएक्सप्रेस से बातचीत करते हुए बताया कि ट्यूशन पढ़ा-पढ़ा कर वे अपना एवं अपनी पढ़ाई का खर्च उठाते थे, गरीबी को उन्होंने बहुत करीब से देखा है और गरीबी व दरिद्र्ता में क्या-क्या तकलीफ होती है उसका एहसास कर चुके हैं, इसलिए विकलांगों, विधवाओं एवं असहायों की सेवा का व्रत उन्होंने ले रखा है। आए दिन इसी तरह की सेवाएं वे ईश्वर की कृपा से करते रहते हैं।