जिले के प्रसिद्ध 24 मेलों के लिए अनुदान स्वीकृत करने तीर्थ स्थान एवं मेला प्राधिकरण को भेजा पत्र

जिले के प्रसिद्ध 24 मेलों के लिए अनुदान स्वीकृत करने तीर्थ स्थान एवं मेला प्राधिकरण को भेजा पत्र


कटनी॥ जिले में मेलों और तीज त्यौहारों को लोक संस्कृति के अनुरूप परंपरागत रूप से गरिमामय स्वरुप में मनाने के लिए कलेक्टर अवि प्रसाद ने जिलेभर में विशेष अवसरों पर आयोजित होने वाले सुप्रसिद्ध 24 मेलों की सूची राज्य शासन के मध्य प्रदेश तीर्थ स्थान एवं मेला प्राधिकरण को भेजी है। ताकि मेलों के आयोजन हेतु शासन से वित्तीय अनुदान मिल सकेगा। कलेक्टर श्री प्रसाद की इसी पहल की वजह से हाल ही में महाशिवरात्रि पर्व पर ग्राम कन्हवारा शिव मंदिर में महाशिवरात्रि मेला हेतु 5 लाख रुपए और ग्राम देवरी भमका घाट में महाशिवरात्रि मेला के लिए 8 हजार रुपए का राज्य शासन से अनुदान स्वीकृत हुआ था। कलेक्टर श्री प्रसाद ने राज्य शासन के मध्यप्रदेश तीर्थ स्थान एवं मेला प्राधिकरण को जिले के जिन 24 मेलों के लिए वित्तीय अनुदान प्रदान करने बीते माह प्रस्ताव भेजा है। उनमें विजयराघवगढ़ के ग्राम हरैया का चैत्र नवरात्रि मेला, इटौरा में चंदिन माता मंदिर में चैत्र नवरात्रि मेला, बहोरीबंद ग्राम के तिगवां में कंकाली माता मे चैत्र नवरात्रि मेला, कटनी में चांडक चौराहा में भगवान जगन्नाथ रथयात्रा मेला, माधव नगर कटनी में बाबा माधव शाह ईश्वर शाह मेला तथा वार्ड क्रमांक 43 कटनी में कटाये घाट का मेला, ग्राम बाकल चंडी माता मंदिर बालक चंडी मेला, साधु कुटी मेला, ग्राम कचनारी में मां विरासन माता मंदिर में चंडी मेला, ग्राम गुड़ेहा विजयराघवगढ़ में सन्यासी बाबा मंदिर में सन्यासी बाबा मेला, अलोनी घाट घंघरी कला में संक्रांति मेला, ग्राम कलहरा विजयराघवगढ़ में शंकर जी के मंदिर में संक्रांति मेला, रजरवारा विजयराघवगढ़ में शंकर जी मंदिर में संक्रांति मेला तथा ग्राम टीकर सन्यासी बाबा मंदिर में संक्रांति मेला को प्रमुख मेले के रूप में राज्य शासन को प्रस्ताव प्रेषित किया गया है। इसके अलावा ग्राम देवसरी विजयराघवगढ़ में संक्रांति मेला, रूपनाथ पड़रिया शंकर जी मंदिर बहोरीबंद में संक्रांति मेला, बिलहरी में संक्रांति मेला, ग्राम रोहनिया विजयराघवगढ़ शंकर जी मंदिर में बसंत पंचमी मेला, विष्णु वराह मंदिर कारीतलाई मे बसंत पंचमी मेला तथा दशरमन ढ़ीमरखेड़ा में महादेवी माता में बसंत पंचमी मेला तथा शिव मंदिर कन्हवारा में शिवरात्रि मेला का भी प्रस्ताव जिले के प्रमुख मेले के रूप में भेजा गया है। साथ ही इन स्थलों में मेला आयोजन हेतु अनुदान प्रस्ताव भी प्रेषित किया गया है। कलेक्टर श्री प्रसाद कहते हैं कि मेला हमारी सांस्कृतिक विविधता में एकता, उत्सवधर्मिता मेल-मिलाप और भाई-चारे के प्रतीक हैं। वैश्वीकरण के मौजूदा दौर में स्वयं की जरूरत की वस्तुओं का स्थानीय स्तर पर उत्पादन हेतु प्रधानमंत्री द्वारा दिये गये वोकल फॉर लोकल के मंत्र को चरितार्थ होते मेलों में देखा जा सकता है। कलेक्टर कहते हैं कि- मेलों में स्थानीय उत्पादों की बिक्री से आमदनी, रोजगार और पर्यटन सभी बढ़ता है। इसलिए जिले में मेलों के आयोजन को भव्य आकर्षक और अविस्मरणीय स्वरूप देनें की कोशिशें जारी हैं। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर श्री प्रसाद स्वयं बाकल और बरही के प्रसिद्ध विजयनाथधाम मेला में शामिल हुए थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published.

You may have missed