मदन त्रिपाठी /मुन्ना भइया के सेवा निवृत्ति लेने के दावे की खुली पोल @ हाई कोर्ट के वीडियो में पैरवी करते दिखे पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष नरेन्द्र मरावी

कोतमा।माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर से 24 फरवरी को डी.पी.सी. मदन त्रिपाठी मुन्ना भइया का स्थगन निरस्त होने पर प्रेस विज्ञप्ति जारी कर समाचार प्रकाशित कराया गया जिसके अनुसार इनके द्वारा मीडिया को जानकरी दी गई की इनके द्वारा स्वयं माननीय उच्च न्यायालय से अपना स्थगन निरस्त कराया गया है.!
क्योंकि स्थगन के रहते वी.आ. एस. स्वीकृत नहीं हो रहा था। इन्होने यह भी कहा कि इन्हें कोतमा विधान सभा से चुनाव लडना है जिसकी तैयारी ऐ पहले से कर रहे है। अब चुनाव नजदीक है
इसलिए पार्टी ज्वाइन करना है। लोगो द्वारा विधान सभा चुनाव लडने पर फिरा पानी जैसे शब्दों का प्रयोग करने से ये आहत हुए है। वस्तुतः स्थगन स्वयं निरस्त करया जैसे छूठे बयान पर इन्हे आहत होना चाहिए क्योकि माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर द्वारा जारी 24 फरवरी 2022 के आनलाइन वीडियो में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष नरेन्द्र मरावी इनके स्थगन को निरस्त कराने की पैरवी करते नजर आ रहे है। श्री मरावी द्वारा माननीय न्यायालय को बताया गया कि 2018 में उनकी सिकायत पर इन्हें डी.पी.सी. के पद से हटाया गया था लेकिन ये आज भी स्थगन ले कर पद पर बने हुए हैं.!!
फैसले में भी इनके किसी आवेदन का जिक्र नहीं है कोई कितना छूठ बोल सकता है इसकी एक मिसाल इनके द्वारा कायम कर दी गई है। लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ समाचार पत्र से छूठ बोलकर
पहले स्तम्भ मे प्रवेश करने का इनक यह प्रयास सराहनीय है। अब कोतमा की जनता को यह तय करना पड़ेगा कि कौन सच्चा कौन झूठा है। वर्तमान में न्यायलय की सुनवाई आनलाइन होती है।
जिसे देखा जा सकता है देखने के लिए गुगल में निम्न लिंक को टाइप करे एवं मुन्न भइया के सेवानिवृत्ति के दावे की सच्चाई स्वयं देखें..!!

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