एक शाम शहीदों कें नाम अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में काव्य की सरिता बही,कवियों ने बांधा समां, जमकर लगे ठहाके
एक शाम शहीदों कें नाम अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में काव्य की सरिता बही,कवियों ने बांधा समां, जमकर लगे ठहाके
कटनी ॥ नगर के फारेस्ट प्ले ग्राउंड में गुरुवार शाम कवि सम्मेलन में काव्य की सरिता बही। खासकर हास्य रस में गोते लगाकर लोग लोट-पोट हुए। कवियों ने देर रात तक समां बांधे रखा। गुरुवार की शाम एक शाम शहीदों के नाम और अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन स्वर्गीय ओमप्रकाश सरावगी और स्वर्गीय शकुंतला सरावगी की पुण्य स्मृति में ओमप्रकाश सरावगी द्वारा नि:शुल्क विद्यालय कटनी और कटनी टेंट लाइट एसोसिएशन मुक्तिधाम विकास समिति की ओर से किया जा रहा है। होली के बाद ‘एक शाम शहीदों के नाम’ कार्यक्रम अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन फारेस्टर प्ले ग्राउंड में किया गया। इसमें शामिल होने विश्व विख्यात कवि डॉ. कुमार विश्वास के साथ कवि सुमन दुबे, कार्यक्रम के संयोजक मनोहर मनोज तिवारी, शंभू शिखर और सुदीप भोला समेत चेतन चर्चित भी शामिल हुए।
हास्य कवि शंभू शिखर ने अपनी कविताओं से जमकर ठहाके लगवाए। चेतन ने कविता पढ़कर चेतना जगाई। कवि सुमन दुबे ने सुन्दर मुक्तक सुनाए। अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में पहुंचे देश के जाने माने कवि डॉ कुमार विश्वास ने जमकर समा बांधा। मध्यरात्रि तक कवि की रचनाओं ने जनता की खूब तालियां बटोरी। हास्य कवि शंभू शिखर ने होली पर कविता गाकर समा बांध दिया। लोग मस्त मलंग होकर ‘खालो भांग की गोली रसिया, शंभू के संग हंसो- हंसाओ रसिया’, जिसे लोग सुनकर मंधमुक्त हो गए। उसके बाद बिहार के रहने वाले शंभू शिखर ने बिहार की राजनीति पर कहा कि यहां के नेता बहुत ईमानदार होते हैं। जैसे लालू यादव ने जिस जेल का उद्घाटन किया, फिर उसी में जाकर रहे कुछ ऐसा ही हाल दिल्ली में चल रहा है। हास्य, व्यंग्य, ओज, श्रृगांर करूणा व आध्यात्मिक रचनाओं ने लोगों को भाव विभोर कर दिया। कार्यक्रम की शुरूआत में सरस्वती वंदना से की गई ॥