जिले में मुख्यमंत्री मत्स्य समृद्धि योजना के तहत झींगा पालन का होगा नवाचार

25 किसानों को कलेक्टर ने किया झींगा का बीज संचयन का वितरण
(शुभम तिवारी)
शहडोल। कलेक्टर श्रीमती वंदना वैद्य के पहल पर जिले में किसानों को समृद्ध एवं मत्स्योद्योग को बढ़ावा देने हेतु
मुख्यमंत्री मत्स्य समृद्धि योजना के तहत झींगा पालन करने हेतु नवाचार किया जा रहा है। जिसके तहत कलेक्टर
श्रीमती वंदना वैद्य ने रविवार को मत्स्य कार्यालय में मुख्यमंत्री मत्स्य समृद्धि योजना के तहत ग्रामीण तालाबों में
झींगा पालन एवं बीच संचयन हेतु लगभग 300000 झींगा का बीज संचयन हेतु 25 किसानों को लगभग 20 हेक्टेयर
में प्रदाय किया गया।
इस दौरान कलेक्टर ने सहायक संचालक मत्स्य को निर्देशित किया कि मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में शहडोल जिले का
मध्यप्रदेश में विशेष पहचान बन सकती है। मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास विभाग गरीब तबके के मछुआरों के
कल्याण के लिए योजनाओं को समय.सीमा में गुणवत्तापूर्ण कार्यों के साथ पूरा करें। उन्होंने कहा कि जिले के तालाबों
में विद्यमान मत्स्य संपदा के मछुआरों के हित में झींगा उत्पादन की संभावनाओं और उन्नत प्रजातियों के माध्यम
से मत्स्य पालन गतिविधियों को बढ़ावा देने का कार्य किया जाए। निजी क्षेत्र में मत्स्य बीज उत्पादन के लिए
प्रोत्साहन दिया जाता है।
कलेक्टर ने किसानों को समझाइश देते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में जलाशयों में उपलब्ध मत्स्य संपदा के
व्यवसायिक उपयोग पर पहला अधिकार आप मछुआरों का है। जलाशयों को चिन्हित कर श्रंखला निर्मित करने का
कार्य किया जाए। मछली पालन सीधे-सीधे गरीबों के रोजगार से जुड़ा कार्य है। एक रोडमैप बनाकर कार्यों को अंजाम
दिया जाए। मत्स्य क्रेडिट कार्ड वितरण कर शहडोल मध्यप्रदेश में विशेष स्थान बना सकता है। मत्स्य पालकों के
एफपीओ गठित कर कार्यों को गति दी जाए। उन्होंने कहा कि झींगा पालन एक अच्छा व्यवसाय है, जिसमें से 6 माह
में प्रोडक्शन शुरू हो जाता है, आप सभी प्रोडक्शन कर बिक्री करें तथा अच्छा लाभ अर्जित करें। उन्होंने कहा कि 6 माह
बाद आप इतना लाभ अर्जित कर ली कि झींगा पालन हेतु आप स्वयं ही बीज खरीद कर लाभ अर्जित कर सकें।
इस दौरान सहायक संचालक मत्स्य ने कलेक्टर को जानकारी दी कि 13 मार्च को जिले के 40 किसानों का प्रशिक्षण
कृषि विज्ञान केंद्र कल्याणपुर में कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा एवं डिंडोरी से आए हुए डॉ. सत्येंद्र कुमार के द्वारा प्रशिक्षण
दिया जाएगा। इसके पूर्व कृषि विज्ञान केंद्र के डॉ. मृगेंद्र सिंह एवं डॉ. प्रजापति ने भी बीज डालने की पूर्व की
सावधानियां बताएं। इस दौरान सहायक संचालक मत्स्य शिवेंद्र सिंह परिहार, सहायक मसूद अहमद एवं प्रदीप
श्रीवास्तव एवं मत्स्य निरीक्षक डॉ.असद अली भी उपस्थित रहे।