आरटीओ बन गुड्डन ने ट्रांसपोर्टर से की ठगी

9 ट्रेलर के बदले फोन-पे पर लिए 50 हजार, थाना में हुई शिकायत
(रामभुवन गौतम+9131423493)
शहडोल। विवेकांनद शर्मा पिता जनार्दन प्रसाद शर्मा उम्र 38 वर्ष निवासी ग्राम सेमरा थाना रामनगर जिला अनूपपुर द्वारा मनोज गुप्ता उर्फ गुड्डन के खिलाफ सोहागपुर थाना प्रभारी को शिकायत देते हुए बताया कि मेरा कोयला ट्रांसपोर्ट का काम करता हंू, मेरे कुल 09 ट्रेलर चलते हैं, 13 अगस्त को मेरे कुल 09 ट्रेलर जो दीपिका छत्तीसगढ़ से कोयला लोडकर केजेएस मैहर सतना खाली करने जा रहे थे, मेरे ड्रायवर इकबाल फोन कर बताया कि बघेल ढ़ाबा के पास मेन रोड में आरटीओ ऑफिसर गाड़ी खड़ी करवा लिये हैं। तो उनका नंबर मांगा तो ड्रायवर ने मोबाइल नंबर 7987813992 दिया था, जो मैने उक्त नंबर पर फोन से बात किया कि मनोज गुप्ता शहडोल आरटीओ आफिसर बोल रहा हंू, गाड़ी चलानी है तो मेरे को इन्ट्री देनी होगी, तब मैं पूछा कि कितनी राशि देनी होगी तो, बताये कि 80 हजार रूपये 9 गाड़ियों का चाहिए, तभी छोडूंगा, तब मैनें कहा कि कुछ कम कर लीजिए, तो बोला कि 50 हजार रूपये तत्काल दो तब मैने उनके फोन पे नंबर 7828413192 पर 50 रूपये फोन पे किये एवं मनोज गुप्ता बोला कि स्क्रीन शॉट भेजो तब मैने स्क्रीनशॉट भेजा तो, मेरी गाडिया छोड दिया है। तब मैने घटना की जानकारी खूटाटोला आरटीओ बैरियर से पूछा तो बताये कि शहडोल में मनोज गुप्ता नाम का कोई आरटीओ आफिसर नहीं है, तब मैनें उसी नंबर पर पुनः काल किया तो, मेरा नंबर नहीं उठा रहा एवं कुछ देर बाद नंबर बंद बताने लगा। फरियादी ने उक्त व्यक्ति के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
कटघरे में परिवहन विभाग
बीते दिनों जन सुनवाई में कई लोगों ने अरविंद सिंह नामक एक प्राइवेट व्यक्ति अनाधिकृत तौर पर कम्प्यूटर ऑपरेटर बनकर कार्य कर रहा है, ऐसी शिकायत जिले के मुखिया से की थी, साथ ही परिवहन अधिकारी के न होने के दौरान परिवहन कार्यालय चलाने की शिकायत दर्ज कराई थी, अब नया खेला सामने आया है, जहां मनोज गुप्ता स्वयं को परिवहन अधिकारी बताकर खुलेआम कारोबारी से 50 हजार रूपये अपने फोन-पे पर लिया, मजे की बात तो यह है कि
पूर्व अरविंद सिंह के खिलाफ हुई शिकायत में परिवहन अधिकारी चुप्पी साधे बैठे है और मनोज गुप्ता द्वारा खुली लूट के मामले में भी मौनी बाबा अपने से कुछ नहीं कह रहे है, पूर्व में भी गुड्डन पर आरोप लगे थे, फरियादी द्वारा सारे प्रमाण देने के बावजूद ऐसे कृत्यों पर कार्यवाही न होने से जिले में अराजकता बढ़ रही है, वह दिन दूर नहीं जब जिले के मुखिया के नाम पर लोग पैसों की मांग करेंगे। मामला चाहे जो हो, परिवहन अधिकारी की चुप्पी कहीं न कहीं उनकी भी संलिप्ता दर्शाती है, जबकि अरविंद सिंह को कार्यालय से बाहर करने के साथ ही मनोज के खिलाफ उन्हें स्वयं आपराधिक प्रकरण दर्ज कराना चाहिए।