…तो माइनिंग सर्वेयर ने 10-10 हजार लेकर छोड़ दिये ट्रैक्टर ….!! जब्त जेसीबी व दो ट्रैक्टरों को थाने की जगह दूसरी दिशा में कराया खड़ा

शहडोल। सोमवार की दोपहर करीब 3 बजे के आस-पास माइनिंग सर्वेयर चार नगर सैनिकों के साथ सूचना मिलने पर जरवाही पहुंचे, बुढ़ार थाना क्षेत्र अंतर्गत जरवाही स्थित पेट्रोल पम्प के ठीक सामने पहाड़ी क्षेत्र स्थित पुसाई नाला के समीप अमित द्विवेदी की जेसीबी अवैध मुरूम और पत्थर खोद रही थी, इस कार्य में अंकित यादव, ललन केवट, विजय यादव, मण्डल यादव व राजेश यादव की 5 ट्रैक्टरें लगी थी, खोदा जा रहा खनिज रिलायंस के द्वारा पास में ही स्थित बेल के लिए बनाये जा रहे पहुंच मार्ग में डाला जा रहा था, माइनिंग सर्वेयर समय लाल गुप्ता यहां पहुंचे और पांचो ट्रैक्टर व जेसीबी को जब्त किया गया,
आरोप हैं कि विजय, मण्डल व राजेश मौके पर पहुंचे और 10-10 हजार रूपये लेकर इनके वाहन को खाली बताकर छोड़ दिया गया, वाहनों को छोडऩे की पुष्टि खुद माइनिंग सर्वेयर ने चर्चा के दौरान भी की, उन्होंने कहा कि खाली वाहन पर क्या कार्यवाही करें, यह बात शायद उन्हें समझ में नहीं आई कि एक ट्रैक्टर में खनिज लोड किया जा चुका था, दूसरे में लगभग लोड हो चुका था, जेसीबी उसमें खनिज निकालकर डाल रही थी, शेष तीन ट्रैक्टर लोड करने के लिए उनके पीछे खड़े थे, जाहिर है पहाड़ी क्षेत्र में ट्रैक्टर और उनके चालक चहल-कदमी या मनोरंजन के लिए गये नहीं होंगे, पूर्व में भी ऐसे कई मामले आये हैं, जब खनिज अधिकारियों, निरीक्षकों, एसडीएम, कलेक्टर व अन्य पुलिस अधिकारियों ने खुद इस तरह अवैध उत्खनन में लगे लोड और खाली वाहनों को जब्त किया है, लेकिन यहां शायद अपनी नई नवेली लग्जरी गाड़ी में आए गुप्ता जी और शर्मा जी ने खनिज अधिनियम का दूसरा ही पढ़ा हुआ है।
दूसरी दिशा में खड़े कराये वाहन
जरवाही के साथ ही विभिन्न थाना क्षेत्रो में जब्त वाहन समीपी थाना परिसर में खड़े कराये जाते रहे हैं, जिन तीन वाहनों को श्री गुप्ता ने जब्त किया, उसमें अमित द्विवेदी की जेसीबी तथा अंकित यादव व ललन केवट की ट्रैक्टर बताई गई है, तीनों में चालक मौजूद थे और वाहन भी चलने की स्थिति में थे, इन्हें जब्त करने के बाद थाना परिसर में लाकर खड़ा करने की जगह, दूसरी दिशा में जाकर क्रेशर में खड़े कराये गये। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि तीन मालिक तो मौके पर आ गये और हैप्पी होली करके टै्रक्टर ले गये, बाकी या तो पहुंच नही पाये या उनसे जोड़-तोड़ जारी था, लेकिन मौके पर मीडिया और अन्य लोगों के आ जाने के बाद इस काम के लिए सुरक्षित किनारा चाहिए था।