स्थानांतरण के बाद भी भारमुक्त नहीं हुए श्रीवास्तव बाबू, कलेक्टर के आदेशों की अवहेलना 

0

स्थानांतरण के बाद भी भार मुक्त नहीं हुए श्रीवास्तव बाबू, कलेक्टर के आदेशों की अवहेलना 

 कोतमा अनुभाग में हुआ था स्थानांतरण

कई सालों से जिले में पदस्थ श्रीवास्तव बाबू का स्थानांतरण कलेक्टर के आदेश पर कोतमा हुआ था। लेकिन कलेक्टर के आदेश की अवहेलना करते हुए आज दिनांक तक अनूपपुर एसडीएम कार्यालय से श्रीवास्तव बाबू को भार मुक्त नहीं किया गया है वही श्रीवास्तव बाबू द्वारा यथा स्थान पर बना रहने के लिए गांधी के बूते मंत्रियों के चक्कर लगा रहे हैं ताकि अनूपपुर एसडीएम कार्यालय में बैठकर दोबारा से अपने कारनामों को अंजाम दे सके।

अनूपपुर। अनूपपुर जिले के राजस्व अनुभाग अनूपपुर में वर्षों से डटे हुए श्रीवास्तव बाबू का स्थानांतरण आखिरकार 7 वर्षों बाद हुआ था। अनूपपुर के वर्तमान कलेक्टर के द्वारा दिनांक 7 जुलाई को पत्र क्रमांक 3738/ स्था/तीन-एक/ 2023 को पत्र के माध्यम से आदेश जारी कर श्रीवास्तव बाबू का स्थानांतरण कोतमा अनुभाग में किया था। आदेश जारी होने के 12 दिन बीत जाने के बाद भी अब तक श्रीवास्तव बाबू द्वारा कोतमा अनुभाग में पदभार ग्रहण नहीं किया गया है। वही कोतमा और अनूपपुर एसडीएम की लापरवाही के कारण दोनों अनुभाग के बाबू के स्थानांतरण होने के बाद भी पद मुक्त नहीं किए जाने से अब तक श्रीवास्तव बाबू अनूपपुर में जमे हुए हैं, कलेक्टर के आदेशों का अनूपपुर अनुभाग में स्पष्ट उल्लंघन देखने को मिल रहा है। उक्त मामले पर अनूपपुर और कोतमा एसडीएम की लापरवाही देखते हुए जनपद जैतहरी के अध्यक्ष ने अपनी नाराजगी व्यक्त की है उन्होंने कहा कि श्रीमान कलेक्टर महोदय के आदेश होने के बाद भी सांठगांठ कर श्रीवास्तव बाबू को पद मुक्त नहीं किया जा रहा है जिससे क्षेत्रीय लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा।

कलेक्टर के आदेश की अवहेलना

ग्रह जिले में सालों से पदस्थापना होने के बाद जमे रहने से कलेक्टर बाबू की अच्छी खासी पकड़ अधिकारियों ग्रुप में हो गई है जिससे स्थानांतरण होने के बाद भी बार-बार श्रीवास्तव बाबू अनूपपुर अनुभाग में डाटा रहता है। इस बार भी चुनाव के पूर्व व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के लिए कलेक्टर द्वारा श्रीवास्तव बाबू का स्थानांतरण कोतमा किया है। लेकिन कलेक्टर के आदेशों को दरकिनार कर आज दिनांक तक एसडीएम द्वारा श्रीवास्तव बाबू को पद मुक्त नहीं किया है जिससे कोतमा अनुभाग जाकर श्रीवास्तव बाबू पदभार ग्रहण नहीं कर पा रहे हैं, वही कोतमा एसडीएम के द्वारा भी वर्तमान में पदस्थ बाबू को पद मुक्त ना कर श्रीवास्तव बाबू को पदभार नहीं सौंपा जा रहा है जिससे कलेक्टर के आदेश की अवहेलना हो रही है। श्रीवास्तव बाबू अपनी ऊंची पकड़ के कारण अनूपपुर में दोबारा रुकना चाहते हैं इसीलिए अधिकारी कर्मचारियों की पकड़ का लाभ उठाते हुए स्थानांतरण रोके जाने के लिए कलेक्टर के आसपास चक्कर काट रहे हैं।

स्थानांतरण रुकवाने मंत्रियों के चक्कर काट रहा श्रीवास्तव

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कलेक्टर के आदेश को रद्द करवा कर स्थानांतरण रोकने के लिए बाबू श्रीवास्तव अनूपपुर जिले के मंत्रियों के चक्कर काट रहा है। झोले में लाख रुपए समेटकर गांधी के बूते अपने स्थानांतरण को यथावत रहने के लिए कभी कैबिनेट मंत्री तो कभी प्रभारी मंत्रियों के चमचों से मुलाकात कर अपने स्थानांतरण पर रोक लगवाने का हर संभव प्रयास कर रहा है। ईमानदार कलेक्टर के आदेश पर सरकार की रोक लगवाने के लिए श्रीवास्तव बाबू इन दिनों जनप्रतिनिधियों और नेताओं के चक्कर काट रहा है वहीं जगह-जगह हाथ पैर मार कर अपनी साख को बचाने का कार्य कर रहा है। वास्तविकता तो यह है कि अनूपपुर मुख्यालय में बैठकर श्रीवास्तव बाबू ने विगत कई वर्षों से करोड़ों का व्यापार एसडीएम के नाक के नीचे कर लिया है अब जब स्थानांतरण हो रहा है तो मुख्यालय का श्रीवास्तव से मोहभंग नहीं हो रहा है।

अब भी गृह जिले में पदस्थ हैं बाबू

तहसील जैतहरी अंतर्गत ग्राम सोन मौहरी स्थित निवास स्थल में दशको पहले रहते थे, जहां उनको तहसील कार्यालय जैतहरी में पदस्थ होने का मौका मिला था, वहां पर श्रीवास्तव बाबू के द्वारा कई विसंगति पूर्ण कार्य किया गया था, यहां पर आने वाले आवेदक एवं अनावेदक एवं अधिवक्ताओं में नाराजगी व्यक्त की थी, जिसके बाद इनका स्थानांतरण तहसील कार्यालय अनूपपुर के लिये किया गया था। लेकिन जुगाड लगाते हुये नियम विरूद्ध तरीके से एसडीएम कार्यालय में अपनी पदस्थापना करवा ली। जबकि कई वर्षो से मुख्यालय अनूपपुर में निवास स्थान बनाकर रह रहे हैं और एसडीएम कार्यालय में आने वाले प्रकरणों में आंतरिक रूप से दखल देते हैं, जबकि कई बार गृह जिले से अन्यत्र स्थानांतरण की मांग की जा रही थी, फिलहाल वर्तमान कलेक्टर द्वारा 7 जुलाई को आदेश पारित करते हुए अनूपपुर अनुभाग से कोतमा राजस्व विभाग में श्रीवास्तव बाबू का स्थानांतरण कर दिया गया है।

जनपद अध्यक्ष ने दी तहसील घेराव की चेतावनी

श्रीवास्तव बाबू के अनियमितताओं के लगातार हितग्राहियों द्वारा की जा रही शिकायतों पर ध्यान आकृष्ट करते हुए जैतहरी जनपद अध्यक्ष राजीव सिंह द्वारा अनूपपुर कलेक्टर से स्थानांतरण की मांग की गई थी जिस पर 7 जुलाई को कलेक्टर ने श्रीवास्तव बाबू का स्थानांतरण कोतमा अनुभाग कर दिया था लेकिन आज दिनांक तक पद मुक्त ना होने के कारण जैतहरी जनपद अध्यक्ष ने चेतावनी दी है कि स्थानांतरण पर जल्द ही आदेशों का पालन नहीं होता है तो तहसील का घेराव कर आमरण अनशन भी किया जाएगा। जनपद अध्यक्ष का कहना है कि वर्षों से शिकायत करते हैं अब जब कलेक्टर ने आदेश कर दिया है तो एसडीएम की सांठगांठ से श्रीवास्तव बाबू मुख्यालय में रुकना चाह रहे हैं जल्द ही पद मुक्त नहीं किया जाता है तो बड़ा और उग्र आंदोलन किया जाएगा।

इनका कहना है

स्थानांतरण के बाद भी बाबू मुख्यालय में जमा हुआ है जल्द ही श्रीवास्तव बाबू को पद मुक्त नहीं किया जाता तो तहसील का घेराव कर उग्र आंदोलन किया जाएगा जिसकी सारी जवाबदारी अनूपपुर एसडीएम की होगी।

राजीव सिंह, जनपद अध्यक्ष जैतहरी

 

Leave a Reply

Your email address will not be published.