कलेक्टर के नवाचार और अभिनव प्रयास ने पुस्तकालयों का समुचित उपयोग कर बच्चों में भाषा ज्ञान, साहित्य बोध और पढ़ने की रुचि विकसित करने की जगाई अलख

कलेक्टर के नवाचार और अभिनव प्रयास ने पुस्तकालयों का समुचित उपयोग कर बच्चों में भाषा ज्ञान, साहित्य बोध और पढ़ने की रुचि विकसित करने की जगाई अलख
कटनी। देश में पुस्तकालय विज्ञान के जनक डॉ. एसआर रंगनाथन के जन्मदिन के उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला राष्ट्रीय पुस्तकालय दिवस शनिवार 12 अगस्त को जिले में पूरे जोर शोर के साथ मनाया गया। कलेक्टर अवि प्रसाद के द्वारा नवाचार के रूप में जिले के सभी छात्रावासों में स्थापित कराए गए पुस्तकालयों के साथ साथ विभिन्न स्कूलों में राष्ट्रीय पुस्तकालय दिवस पर विविध आयोजन किए गए। जिनमें वहां के शिक्षकों और विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया। जिले में पहली बार राष्ट्रीय पुस्तकालय दिवस पर आयोजित होने का श्रेय कलेक्टर श्री प्रसाद को जाता है। जिनके अभिनव प्रयास से जिले में पहली बार इतने वृहद और व्यापक पैमाने पर न सिर्फ पुस्तकालय स्थापित कराए गए बल्कि उन पुस्तकालयों का समुचित उपयोग कर बच्चों में भाषा ज्ञान, साहित्य बोध और पढ़ने की रुचि विकसित करने की अलख जगाई गई। इससे प्रेरित होकर जिले के अनेक स्कूलों में भी व्यवस्थित लाइब्रेरियां स्थापित की गई हैं जो बच्चों के लिए बहुउपयोगी साबित हो रही हैं। राष्ट्रीय पुस्तक दिवस का उत्साह स्कूल की इन लाइब्रेरीओं में भी देखने को मिला।
उल्लेखनीय है कि छात्रावासी बालिकाओं में भाषा ज्ञान, बौद्धिक विकास, साहित्य बोध के साथ साथ पढ़ने में रुचि विकसित करने के लिए कलेक्टर कटनी अवि प्रसाद द्वारा 25 जनवरी 2023 को प्रथम चरण में जिला शिक्षा केंद्र के 13 छात्रावासों सहित कुल 14 छात्रावासों में पुस्तकालय प्रारंभ करने का नवाचार किया गया। जिसके सार्थक और सकारात्मक परिणाम सामने आने पर इसे व्यापक रूप देते हुए 20 जुलाई को दूसरे चरण के तहत जिले के 13 अन्य शासकीय छात्रावासों में इस नवाचार को दोहराया गया। इस प्रकार वर्तमान में जिले के कुल 27 छात्रावासों में पुस्तकालय स्थापित हो चुके हैं। जिला शिक्षा केंद्र के 13 और आदिम जाति कल्याण विभाग के एक छात्रावास में जहां कक्षा 6 से लेकर कक्षा 8 तक की बालिकाएं पुस्तकालय का लाभ ले रही हैं तो वहीं राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के 7 और आदिम जाति कल्याण विभाग के 6 छात्रावासों में पुस्तकालय का विधिवत संचालन होने से कक्षा 9 से 12 तक की छात्राओं को इसका लाभ मिल रहा है। कलेक्टर श्री प्रसाद की विशेष पहल पर जिले के सभी शासकीय छात्रावासों में संचालित हो रहे पुस्तकालय विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास में अहम भूमिका निभा रहे हैं। यहां पर संधारित पुस्तकों से न सिर्फ बालिकाएं ज्ञान अर्जित कर रही हैं बल्कि साहित्य बोध, भाषा ज्ञान, बौद्धिक विकास भी इन पुस्तकों के माध्यम से हो रहा है। उत्कृष्ट, सरल और प्रभावी साहित्य इन पुस्तकालयों में उपलब्ध है। कलेक्टर श्री प्रसाद के पुस्तकालय स्थापित करने के नवाचार में अहम कड़ी साबित हुई उनकी नो बुके जस्ट ए बुक मुहिम। जिसके जरिए उन्हें भेंट में मिली सैकड़ों पुस्तकें आज इन पुस्तकालयों की शोभा बढ़ा रही हैं। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर श्री प्रसाद ने उनसे मिलने वाले आगंतुकों और कार्यक्रम आयोजकों से उन्हें स्वागत स्वरूप बुके की बजाय पुस्तक देने की अपील की गई थी। जिसे सभी ने सराहा और उनकी इस मुहिम के चलते उन्हें सैकड़ों पुस्तकें मिली, जिसका उपयोग ये बालिकाएं आज अपने व्यक्तित्व विकास और ज्ञान अर्जन में कर रही हैं।
कलेक्टर श्री प्रसाद के इस नवाचार का असर विद्यालयों में भी दिखाई पड़ रहा है। लाइब्रेरी के प्रति बच्चों के बढ़ते रुझान और उससे प्राप्त होने वाले सकारात्मक ज्ञान अर्जन से प्रभावित होकर अनेक विद्यालयों में अच्छी लाइब्रेरियां स्थापित करने के प्रयास शिक्षकों द्वारा किए जा रहे हैं । इस कड़ी में जहां एक ओर रीठी के माध्यमिक शाला में सुव्यवस्थित लाइब्रेरी स्थापित की गई है तो वहीं दूसरी ओर विकासखंड कटनी के माध्यमिक शाला केवलारी में भी एक सुव्यवस्थित लाइब्रेरी स्थापित की गई ।इसी प्रकार दूर-दूर के ग्रामीण अंचलों में भी लाइब्रेरियां स्थापित और संचालित करने का उत्साह दिखाई दे रहा है।।