जिला चिकित्सालय अनूपपुर में सिविल सर्जन कौन?

गिरीश राठौर
अनूपपुर /जिला चिकित्सालय अनूपपुर व्यवस्था तो देखने लायक है यहां आए मरीज को डॉक्टर को ढूंढने में ही समय बर्बाद हो जाता है जिला चिकित्सालय अनूपपुर में पदस्थ डॉक्टरों की सूची देखें तो इतनी लंबी है की अनूपपुर में डॉक्टरों की कमी महसूस ना हो पर पर जिला चिकित्सालय में डॉक्टर कम ही उपस्थित देखते हैं
अनूपपुर जिला चिकित्सालय मैं पदस्थ डॉक्टर का नाम लिस्ट देखें तो उसमें लगभग 20 डॉक्टर का नाम लिखा हुआ है एवं उनका मोबाइल नंबर लिखा दिखेगा लेकिन यह सिर्फ बोर्ड में ही दिखते हैं पर यहां डॉक्टर बहुत कम ही चिकित्सालय में अपने केबिन में उपलब्ध रहते हैं |जिसके कारण मरीज भटकते रहते हैं ,और अगर किसी मरीज को कोई समस्या है तो वह अपनी बात जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन के पास रख सकता है
लेकिन , जिला चिकित्सालय में वर्तमान में सिविल सर्जन कौन इसमें ही भ्रमित रहता है कारण की वर्तमान में जिला चिकित्सालय अनूपपुर में पदस्थ सिविल सर्जन डॉ धनीराम सिंह का मोबाइल नंबर छोड़कर पूर्व के सिविल सर्जन का नाम नोटिस बोर्ड पर लगे बोर्ड पर अलग-अलग सिविल सर्जन का नाम व मोबाइल नंबर लिखा है | ज्ञात हो कि अनूपपुर जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर बी डी सोनवानी पदस्थ रहे उस समय 20/8/019 को डॉक्टर एस सी राय सिविल सर्जन के पद पर 20/8/019 से 18/4/21 तक सिविल सर्जन के पद पर रहे | इसके पश्चात डॉ एस आर परस्ते सिविल सर्जन के पद पर 19/4/021 से 17/8/022 पदस्थ रहे हैं
|वर्तमान में डॉ धनीराम 18/8/22 से जिला चिकित्सालय में सिविल सर्जन के पद पर पदस्थ हैं लेकिन आश्चर्य की बात है डॉक्टर एस सी राय 18/4/22 तक सिविल सर्जन रहे और वर्तमान मे डॉ डी आर सिंह 18/8/22 से पदस्थ हैं डॉक्टर एस सी राय एवं डॉक्टर धनीराम जी के वर्तमान में सिविल सर्जन है के बीच का समय देखे तो लगभग 16 माह हो गए इसके बाद भी जिला चिकित्सालय के नोटिस बोर्ड पर लिखें पूर्व मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं पूर्व सिविल सर्जन का नाम नोटिस बोर्ड से नहीं हट पाया इससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि वर्तमान के मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं सिविल सर्जन अपने काम के प्रति कितने सजग रहते होंगे कि उन्हें जिला चिकित्सालय में लगे वोट के नाम पर ध्यान तक नहीं गया तो वह जिला चिकित्सालय की व्यवस्था पर क्या ध्यान देते होंगे |देखें तो यहां यह कहावत सही उतरती है कि “अंधेर नगरी चौपट राजा”